सिपाही भी हुआ था निजामुद्दीन की जमात में शामिल, किया आइसोलेट
झांसी। तबलीगी जमातियों का जिन्न समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। झांसी के नगर क्षेत्र में स्थित थाना नवाबाद का एक सिपाही भी निजामुद्दीन में आयोजित हुई तबलीगी जमात में शामिल बताया जा रहा है। इस जानकारी के बाद जिला प्रशासन में हड़कम्प मच गया। इसके बाद हरकत में आए प्रशासन ने स्वास्थ विभाग की टीम पहुंचाकर उसे तुरंत हाॅस्पिटल में आइसोलेट कराते हुए उसका सैंपल जांच के लिए भेज दिया है। वहीं थाने के सभी कर्मचारियों का शनिवार को टेस्ट भी कराया गया।
कोरोना का कहर विश्व के सबसे बडे देशों में तबाही मचा रहा है। भारत भी इससे अछूता नहीं है। इसके चलते प्रधानमंत्री मोदी ने देश भर में 21 दिनों का लाॅकडाउन कर कोरोना महामारी की चेन तोड़ने का प्रयास किया था। सबकुछ ठीक चल रहा था कि अचानक मरकजी मरीजों ने मानव बम बनकर देश के अधिकांश राज्यों मंे तबाही मचा दी। इस समय तबलीगी जमात में शामिल हुए लोगों ने मरीजों की सख्यां में खासा इजाफा कर दिया है। बताया जा रहा है कि देश के कुल मरीजों में करीब 35 प्रतिशत से अधिक मरीज मरकजी जमात के हैं। अभी तक देश में कुल 2902 मरीज कोरोना से पीड़ित हैं। इनमें से 1023 मरीज मरकजी जमात में शामिल हुए लोग हैं। इनमें से अभी कई और जगह जगह मानव बम की तरह छुपे हुए हैं। अपनी जान की परवाह न करते हुए पूरे देश को खतरे में डालने को आमादा ऐसे लोग अपनी जानकारी भी प्रशासन के साथ साझा नहीं करना चाह रहे हैं। झांसी में भी नगर के थाना नवाबाद का एक सिपाही बीते दिनों तबलीगी जमात में शामिल होना बताया जा रहा है। यह सिपाही मूल रुप से हाथरस का निवासी है। उसकी तैनाती हाल में नवाबाद थाने में हुई है। सूत्रों की मानें तो नवाबाद थाने में आमद कराने से पहले 15 मार्च को वह दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात में शामिल होने गया था। वहां से लौटने के बाद 17 मार्च को उसने थाना नवाबाद में अपनी आमद कराई। यह जानकारी लगते ही प्रशासन के कान खड़े हो गए। आनन-फानन उक्त सिपाही को स्वास्थ विभाग की टीम भेजकर आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कराया गया। शनिवार को सिपाही को आईसोलेट कराने के बाद सुरक्षा का ध्यान रखते हुए थाने के सभी कर्मचारियों का टेस्ट कराया गया है। हालांकि किसी को कोरोना जैसे कोई लक्षण समझ नहीं आए हैं। फिर भी सावधानी के तौर पर उन पर नजर रखी जा रही है। इस संबंध में सीएमओ डा.गजेन्द्र कुमार निगम ने बताया कि संदिग्ध सिपाही को आईसोलेट करते हुए उसके सैंपल को जांच के लिए भेज दिया गया है। सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि उक्त सिपाही कोरोना पाॅजिटिव है या नेगेटिव। फिलहाल पूरी तरह से सावधानी बरती जा रही है।
हाॅस्पिटल स्टाॅफ को देखकर खांसते हैं जमाती
पिछले दिनों यह संज्ञान आया था कि जनपद के 29 लोग तबलीगी जमात में शामिल होने गए थे। इसके चलते उन सभी को आईसोलेट करते हुए सिविल हाॅस्पिटल में भर्ती कराया गया था। साथ ही उनके सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे। बाद में 25 लोगों के सैंपल नेगेटिव भी आए थे। लेकिन उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से अभी भी आइसोलेशन में रखा है। सूत्रों की मानें तो हाॅस्पिटल स्टाॅफ इन कथित जमातियों के रवैये से बेहद परेशान है। जैसे ही हाॅस्पिटल स्टाॅफ वार्ड में पहंुचता है। ये जमाती उन्हें परेशान करने के लिए जबरन खांसना शुरु कर देते हैं। इसकी शिकायत भी हाॅस्पिटल प्रशासन से की गई है।