संकट की घड़ी में कण्ट्रोल ऑफिस की महत्वपूर्ण भूमिका
झांसी। रेल यातायात के समयबद्ध संचालन में कंट्रोल ऑफिस की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कंट्रोल ऑफिस का कार्य फिल्म निर्माण में पर्दे के पीछे बैठे निर्देशक की तरह होता है, जिस प्रकार फिल्म निर्माण के हर पहलु पर निर्देशक की पैनी नजर होती है उसी प्रकार रेलवे में कंट्रोल ऑफिस रेल परिचालन से संबंधित समस्त गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए संरक्षित एवं समयबद्ध रूप से ट्रेनों का संचालन संभव बनाता है।
कंट्रोल ऑफिस में ऑपरेटिंग, कमर्शियल, विद्युत, पावर, मेकेनिकल, इंजीनियरिंग, एस एंड टी तथा अन्य विभाग होते हैं, जिनके आपसी सामंजस्य से ट्रेनों का सुगम संचालन संभव होता है। वर्तमान समय में लाॅकडाउन की स्थिति में मालगाड़ियों एवं पार्सल स्पेशल ट्रेनों के निर्बाध संचालन में कंट्रोल ऑफिस अपने कार्य को संपादित कर रहा है।
लॉकडाउन के चलते कंट्रोल ऑफिस के कर्मचारी सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। जिसके कारण मंडल में चलने वाली माल गाड़ियों एवं पार्सल स्पेशल ट्रेनों का समयबद्ध एवं संरक्षित संचालन संभव हो पा रहा है। कोरोनावायरस (कोविड-19) से बचाव हेतु मंडल कार्यालय के प्रवेश द्वार पर थर्मल स्केनिंग एवं आवश्यक जांच के उपरांत ही कर्मचारी का प्रवेश सुनिश्चित किया जाता है। बिना मास्क के कोई भी कर्मचारी कार्यालय में प्रवेश नहीं कर सकता है।बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश पूर्णतया निषेध किया गया है। कर्मचारियों को सामाजिक संपर्क से बचने के लिए रोटेशन के आधार पर बुलाया जा रहा है, साथ ही सामाजिक दूरी बनाकर संक्रमण से बचने के प्रति जागरूक किया जा रहा है। संपूर्ण मंडल कार्यालय को प्रतिदिन साफ-सफाई एवं सैनिटाइज किया जाता है। मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर के दिशा निर्देशन में, सुगम एवं संरक्षित रेल यातायात की आधारशिला के रूप में, कंट्रोल आफिस संकट की इस घड़ी में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्ण निष्ठा के साथ कर रहा है।