श्रीमद् भागवत कथा में सुनाई गई भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीलायें
झांसी। सीपरी बाजार स्थित प्राचीन लहर की देवी माता मंदिर के प्रांगण में चल रहे छठवें शतचण्डी महायज्ञ में यज्ञाचार्य पं. उदयशंकर तिवारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से यज्ञशाला वेदियों में यजमानों ने यज्ञ वेदी में आहुतियां डलवायी जा रही हैं। वहीं लहर की देवी मंदिर के प्रांगण में संगीतमय श्रीमद् भागवत ज्ञान कथा यज्ञ में कथा व्यास पं. राजेश शास्त्री ने कथा में भगवान कृष्ण के 6 वर्ष की उम्र में कालिया नाग को नाथ कर जल को पवित्र किया। जब मन रूपी गेंद यानि कि भगवान का ध्यान करोगे तो वासना के कालिया नाग को मार कर ह्दय को पवित्र कर देंगे, इसके बाद भगवान ने 7 वर्ष की उम्र में गिरराज को धारण किया, इन्द्र के अभिमान ने भगवान कृष्ण ने गिरराज पूजा करवायी, भागवत दर्शन, कृष्ण भगवान के दर्शन है। भागवत में भगवान की बाल लीलाओं का प्रसंग सुनकर श्रोतागणों को भाव विभोर कर दिया है। भगवान श्रीकृष्ण ने माखन चोरी भी की। कथा के पूर्व कथा पारीछत श्रीमती अनीता यादव, मानसिंह यादव ने व्यास गद्दी की पूजा अर्चना की और आरती उतारी। कथा मंच पर मंचासीन साधू-संत श्री महंत मोहन गिरि महाराज लहर की देवी, महंत ओम गिरि महराज गंगवानी गंगोत्री उत्तराखण्ड, डा. योगानन्द गिरि महाराज मिर्जापुर, थानापति महंत रामअवतार गिरि महाराज ग्वालियर चंबल संभाग भैंरो मंदिर, महंत आनंद गिरि महाराज नागा फक्कड़ बाबा सैंयर पहाड़, महंत महेंद्र गिरि महाराज, महंत केदारेश्वर गिरि महाराज उज्जैन महाकाल, महंत बलराम गिरि महाराज, सूर्यनारायण गिरि महाराज, रविन्द्र गिरि महाराज आदि साधू संत एवं श्रद्धालु भक्तगण मौजूद रहे।