शतचण्डी महायज्ञ पूर्ण आहुतियों के साथ समापन
झांसी। सीपरी बाजार स्थित प्राचीन लहर की देवी माता मंदिर के प्रांगण में एक सप्ताह चले छठवें शतचण्डी महायज्ञ में यज्ञाचार्य पं. उदय शंकर तिवारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार से यज्ञवेदियों में यजमानों से आहुतियां डलवायी गयी।
रविवार को शतचण्डी महायज्ञ के समापन के अवसर पर कुण्ड हवन में पूर्ण आहुतियां डलवायी गई। हवन कुण्ड का वैदिक मंत्रोच्चारण से पूजन कर पूर्ण आहुतियों में इसी के साथ हवन कुण्ड का शुभारंभ हुआ। जिसमें मुख्य अतिथि श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर स्वामी प्रकाशनन्द गिरी महाराज श्री गुरूदेव आश्रम कल्याण शिव रोड़ नेतीवाली कल्याण (पूर्व), मोहन गिरि महाराज लहर की देवी, महंत ओमगिरि महाराज गंगनानी गंगोत्री उत्तराखण्ड, डा. योगानन्द गिरि महाराज मिर्जापुर, थानापति महंत श्रीराम अवतार गिरि महाराज ग्वालियर चंबल संभाग, आनंद गिरि महाराज नागा फक्कड़ बाबा सैंयर पहाड़, महेन्द्र गिरि महाराज इन्कम टैक्स, केदाश्वर गिरि महाराज उज्जैन महाकाल, सूर्यनारायण गिरि महाराज, बलराम गिरि महाराज, रविन्द्र गिरि महाराज करेरा, महंत मणि महेश गिरि जी महाराज, महंत श्री रविन्द्र गिरी महायज्ञ करौरा, शनि महाराज लहर की देवी, स्वामी महंत रामानन्द गिरी महाराज माधौगढ़ बालाजी सरकार गोहोद आदि संतों ने शतचण्डी यज्ञ महायज्ञ की परिक्रमा के और पूर्णाहुति डाली गई। मुख्य वेदी यजमान श्रीमती अनीता यादव, मानसिंह यादव व अन्य भक्त श्रद्धालुओं भक्तगणों ने पूर्णाहुति में शामिल होकर यज्ञशाला का परिक्रमा की एवं विश्व शांति मानव कल्याण सुखशांति समुद्री और मंगल कामनाओं के लिये आयोजित हवन कुण्ड में आहुतियां डाली गई। सोमवार को विशाल भण्डारा का आयोजन किया गया।