वर्ष 2020 में तेंदू पत्ता दर निर्धारित,1340 रुपए होगी प्रति बोरा मजदूरी: मण्डलायुक्त
श्रमिकों का उत्पीड़न हुआ तो कार्रवाई के लिए रहें तैयार
झांसी। आयुक्त सभागार में उत्तर प्रदेश वन निगम (झांसी-क्षेत्र) झांसी वर्ष-2020 सीजन के लिए तेन्दू पत्ता संग्रहण दर निर्धारण के सम्बन्ध में बैठक का आयोजन किया। आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने कहा कि विशेष रुप से आदिवासी श्रमिको का उत्पीड़न न हो। उन्हे शासन द्वारा प्रदत्त समस्त योजनाओं से लाभान्वित करते हुये उनकी मजदूरी को 1340 रुपये प्रति मानक बोरा निर्धारित किया जाए। ताकि उन्हंे भरण-पोषण में असुविधा न हो। सम्पूर्ण मण्डल सहित पूरे प्रदेश में कोरोना वाॅयरस को लेकर अनेक सावधानियां बरती जा रही हैं। श्रमिको को कोविड-19 के बचाव हेतु सोशल डिस्टेंसी का पालन करने के लिए जागरुक किया जाए।
वर्ष 2020 तेन्दू पत्ता संग्रहण दर निर्धारण सम्बन्धित बैठक में मण्डलायुक्त ने निर्धारित संग्रहण दर रुपया प्रति मानक बोरा वर्षवार की जानकारी लेते हुये निर्देशित किया कि सरकारी वनो से तेन्दू पत्ता संग्रहण करने वाले श्रमिकों को देय राशि प्रति मानक बोरा 1340 रुपये किया जाए। उन्होने बताया कि यह मजदूरी राशि वर्ष 2019 में 1220 रुपया प्रति मानक बोरा थी। निजी उत्पादको को देय राशि क्रय मूल्य प्रति मानक बोरा 1350 रुपया बढाया गया। स्पष्ट रुप से निर्देश देते हुये कहा कि श्रमिक को बढायी गयी धनराशि का भुगतान अवश्य सुनिश्चित हो, यदि भुगतान में गड़बड़ी पायी जाती है तो कार्यवाही की जायेगी। इस मौके पर प्रभागीय वनाधिकारी वी.के. मिश्रा, प्रभागीय निदेशक वन प्रभाग ललितपुर डी एन सिंह, प्रभागीय लौगिंग प्रबन्धक महाराज सिंह पाल, तेन्दू पत्ता व्यवसायी संघ के प्रतिनिधि नरोत्तम अग्रवाल, ललितुपर रविन्द्र कुमार जैन अलया सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे
आदिवासियों के लिए है यही जीविका का साधन
बैठक में ए.के. सिंह वन सरंक्षक व क्षेत्रीय निदेशक बुन्देलखण्ड वृत्त झांसी ने बताया कि तेन्दू पत्ता के संग्रहण का कार्य झांसी मण्डल के जनपद ललितपुर में अधिकांश रुप से होता है जो स्थानीय गरीब आदिवासियो एवं ग्रामीणो द्वारा किया जाता है। उन्हें संग्रह करने का अधिकार दिया गया है। जो भी तेन्दू पत्ता टूटेगा उसे सरकार को ही देना होगा, यह सुनिश्चित है। उन्होने बताया कि मानक बोरा में 1000 गड्डियां तथा एक गड्डी में बीडी बनाने योग्य 50 पत्ते होते हैं। पत्ते तोड़ने का कार्य 15 से 20 दिन की अवधि में ही किया जाता है। तेन्दु पत्ते को अमर पत्ता भी बोला जाता है। बैठक में वन सरंक्षक ए के सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 में श्रमिको को लगभग दो करोड़ से अधिक का भुगतान किया गया। इस वर्ष श्रमिको को 7 दिन का पैसा नकद दिया जा रहा है उसके बाद सीधे खाते में हस्तान्तरण किया जायेगा।