लॉकडाउन के नियमों करते हुए शुरु हुआ रमजान का महीना
मुस्लिम भाइयों ने घर पर ही नमाज अता करते हुए रखा पहला रोजा
झांसी। नोवल कोरोना से बचने के लिए लगाए गए लाॅकडाउन के नियमांे का पालन करते हुए रमजान माह का शनिवार को शुभारम्भ हो गया। मुस्लिम भाइयों ने पूरे एहितयात के तौर पर घर पर ही रहकर नमाज अता करते हुए आज पहले रोजे की शुरुआत की। बीते रोज चांद का दीदार होने के बाद से ही शनिवार से रमजान माह की घोषणा कर दी गई थी।
शहर काजी मो.साबिर ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि रमजान का यह पवित्र महीना दुआ और इबादत का महीना है। इस समय न केवल हमारा देश बल्कि पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खतरे से जूूझ रही है, इसलिए वह अपने सभी मुस्लिम भाइयों से कहना चाहते हैं कि इस बीमारी की चपेट में आने से बचने के लिए प्रशासन द्वारा दिये गये दिशा निर्देशों के तहत रोजेदारी कीजिए। इस समय दुआ बेहद जरूरी है और सच्चे दिल से मांगी गयीे दुआ खुदा जरूर कुबूल करता है। सभी लोग घर पर रहते हुए दुआ और तराबी करें। उन्होंने बताया कि रमजान के इस पवित्र महीने में रोजा रखने से लोगों में हमदर्दी और गरीबों से मोहब्बत जैसे जज्बात पैदा होते हैं। दूसरों की मदद का हौंसला मिलता है। इस महीने में ऐसे जज्बात अपने दिलों मे पैदा करें और लॉकडाउन के कारण मुसीबतें झेल रहे गरीब लोगों की ज्यादा से ज्यादा से ज्यादा मदद करें। इस दौरान किये गये सबाब के काम अल्लाहताला की नजर में आते हैं।
रमजान माह में रोजा रखने से बढ़ती रोग प्रतिरोधक क्षमता
उन्होंने कहा कि यह माह दुआओं का माह है। रमजान के पाक महीने में हर दुआ कुबूल होती है। इसलिए घर पर रह कर दुआ करें कि अल्लाह न केवल हमारे देश बल्कि पूरी दुनिया में इंसानों और जानवरों से इस वाॅयरस को पूरी तरह से खत्म कर दे। रमजान के दौरान रोजेदारों के रोजा रखने से वायरस से लड़ने के लिए प्रतिरोधात्मक क्षमता भी बढ़ती है। पूरे महीने रोजे रखने से एक तरह से इंसानी जिस्म में बीमारियों का खात्मा हो जाता है। साथ ही लंबी रोजेदारी के कारण खराब खून भी साफ होने जैसी एक तरह की डायलिसिस की प्रक्रिया भी प्राकृतिक तरीके से इंसान के अंदर चलती है। जो इस वायरस से निपटने में सहायक साबित होगी।
खजूर न मिले तो अन्य उपलब्ध चीजों से करें रोजा इफ्तार
यूं तो रोजा इफ्तार खजूर से किया जाना सबसे अच्छा माना जाता है लेकिन लॉकडाउन के कारण खजूर की उपलब्धता कम हो गयी है । ऐसे में खजूर के लिए परेशान न हो और जो भी उपलब्ध चीजें घर पर हैं उसी से रोजा इफ्तार कर खुदा का शुक्र अदा करें। शहर काजी ने सभी लोगों से अपील की कि मुसीबत की इस घड़ी में सरकार के साथ मिलकर चलें ,कानून का पालन करें। रमजान के उत्सव को शालीनता से घर पर दुआ करते और गरीबों की मदद करते हुए मनायें।
पुलिस प्रशासन रहा मुस्तैद
इस दौरान पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क रहा। सुबह नमाज से पहले शहर की गलियों में पुलिसकर्मी गश्त लगाते नजर आये ताकि कोई मस्जिदों मे नमाज के लिए नहीं आये। इस दौरान विभिन्न मस्जिदों में निर्देशानुसार मौजूद पांच लोगों ने ही मस्जिद में नमाज ,अजान और साफ सफाई आदि की व्यवस्था की।
बोले पुलिस अधीक्षक,पुलिस को मिल रहा पूरा सहयोग
पुलिस अधीक्षक नगर राहुल श्रीवास्तव ने बताया कि रमजान के दौरान लॉकडाउन का पालन कराने के लिए पुलिस सुबह से ही चैकस रही और लोगों ने भी निर्देशों का पालन किया। लोगों ने रमजान की पहली नमाज भी घरों में रहकर ही अता की। सभी लोग पुलिस को पूरा सहयोग कर रहे हैं इसके चलते शहर में किसी तरह की अव्यवस्था नही है।