लुप्त होते जलाशयों के संरक्षण को तालाब संरक्षण समिति चलायेगी अभियान: डाॅ सुनील तिवारी
झांसी। पर्यावरण सप्ताह के अन्तर्गत तीसरे दिन,ऐतिहासिक लक्ष्मी तालाब पर हुई चार सदस्यीय कार्य समिति की जल मंथन बैठक में तालब संरक्षण समिति के संयोजक डाॅ सुनील तिवारी ने कहा कि तालाब संरक्षण समिति बुन्देलखण्ड स्तर पर लुप्त होते हुए जलाशयों के संरक्षण करने के लिए जन जागरण अभियान चलायेगी। इस अभियान में प्रारम्भिक चरण में बुन्देलखण्ड अंचल के जिलेवार लुप्त होते हुए तालाब,चैपङो और कुंओ को चिन्हित किया जायेगा और फिर उन्हें जीवंतता प्रदान करने के लिए जन जागरण कर, स्थानीय निवासियों की सहभागिता सुनिश्चित की जायेगी।
इसको लेकर समिति के पदाधिकारियों ने बैठक में अपने अपने विचार व्यक्त किए। समिति के संस्थापक सदस्य अशोक तिवारी गुरू ने कहा कि तालाबों को संरक्षित करने के साथ-साथ नगर के दर्जनों कूप ऐसे हैं, कि जिन्हें जीवंत करने के लिए अगर समाजिक सहभागिता सुनिश्चित हो, तो इन्हें संरक्षित किया जा सकता है। वहीं समिति के सदस्य एवं वरिष्ठ समाजसेवी अजीत राय ने कहा कि जन जागरण अभियान की शुरुआत स्कूल और कॉलेज से करना चाहिए, क्योंकि छात्र जब इस जन जागरण अभियान से जुड़ेंगे, तो जल संरक्षण में समाजिक सहभागिता को एक व्यापक आधार मिलेगा। समिति ने सदस्य एवं वरिष्ठ समाजसेवी सुरेंद्र शर्मा ने कहा कि पचकुइयाॅ कूपों से झांसी के शहरी क्षेत्र और सुभाष गंज के कूप के माध्यम से मुहल्ला परवारान में आज भी पेयजलापूर्ति जल संस्थान के द्वारा की जाती है। अन्त में तालाब संरक्षण समिति के संयोजक डाॅ सुनील तिवारी ने कहा कि लुप्त होते जलाशयों को चिन्हित करने के लिए जिला समितियों की नियुक्तियां, तालाब संरक्षण समिति की जरनल वाॅडी की मीटिंग में कोरोना महामारी के दौर के समाप्त होने के बाद किया जायेगा। कार्य समिति ने सर्वसम्मति से वरिष्ठ समाजसेवी अजीत राय को स्कूल और कालेजों में जल स्त्रोतों को संरक्षित रखने के लिए जन जागरण हेतु झांसी जिले का समन्वयक भी नियुक्ति किया।