लाखों लोगों की परेशानियों पर सरकारी आदेश का हवाला पड़ रहा भारी
लाॅकडाउन की मार में नगरा का प्रसूति केंद्र किया बंद
झांसी। देश में कोरोना का कहर लोगों पर परेशानियों का शबब बनकर टूट रहा है। इसके इतर सरकारी आदेश का हवाला देते हुए करीब दो लाख लोगों के क्षेत्र प्रेमनगर में बड़ी परेशानियों के बाद शुरु हुए प्रसूति केन्द्र को कोरोना कहर की इस संकट की घड़ी में बंद कर दिया है। लोगों के पूछे जाने पर अधिकारी सरकारी आदेशों का हवाला देकर उनका मुंह बंद कर दे रहे हैं। इससे क्षेत्र की जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
प्रेमनगर थाना क्षेत्र स्थित नगरा में लाखों लोग निवास करते हैं। इतनी बड़ी आबादी होने के कारण क्षेत्र के लोगों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए काफी प्रयासों के बाद पूर्व केन्द्रीय मंत्री प्रदीप जैन की विशेष पहल पर यहां जिला प्रसूति केंद्र स्थापित हुुआ था। अचानक इन दिनों लाॅकडाउन के चलते उक्त केन्द्र को बंद कर दिया गया है। वही इस प्रसूति ग्रह की बंदी को सरकारी आदेश का हवाला दिया जा रहा है। प्रसूति केंद्र को बंद करने के कारणों के संबध में जब मंगलवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी जीके निगम से जानकारी की तो उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के चलते सरकारी आदेश के तहत यह प्रसूति केंद्र बंद किया गया है। इस आपातकालीन स्थिति में जिले के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) बंद कर दिये गये हैं और किसी भी महिला को प्रसूति संबंधी आपातस्थिति में जिला अस्पताल में प्रसूति संबंधी सुविधाएं मुहैया करायी जा रहीं है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की स्थित में किसी महिला के साथ आपातस्थिति हो तो वह एंबुलेंस की 108 और 102 की सुविधाएं ले सकती है।
प्रसूतिग्रह के साथ टीकाकरण भी हुआ बंद
दो से ढाई लाख की आबादी वाले बड़े क्षेत्र के सरकारी प्रसूति केंद्र बंद होने से गर्भवती महिलाओं और बच्चों को अनिवार्य रूप से किये जाने वाले टीकाकरण को भी बंद कर दिया गया है। इससे इस क्षेत्र के लोगों को बड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है और अपने ही क्षेत्र में उपलब्ध सुविधा को छोड़ लोगों को लॉकडाउन में पांच से छह किलोमीटर दूर जिला अस्पताल के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
बोले जिलाधिकारी,नहीं जानकारी
इस संबंध में जब जिलाधिकारी आंद्रा वामसी से जानकारी चाही गयी तो उन्होंने मामले के बारे मे अनभिज्ञता जताते हुए कहा कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं है।
बीसीजी के टीके को बताया जा रहा कोरोना का रक्षक
कोरोना कहर से भारत में बचाव के प्रतिशत को बीसीजी के टीके से जोड़कर भी देखा जा रहा है। एक रिपोर्ट में यह भी बताया गया था कि बीसीजी के टीके से भारतीय लोगों की प्रतिरोधक क्षमता बड़ी है। इसके चलते कोरोना वाॅयरस प्रभाव नहीं डाल पा रहा है। वहीं प्रसूतिग्रह की बंदी के बाद टीकाकरण भी नहीं हो पा रहा है।