रौब दिखाना और मित्र की बहन को छेड़ना बना था रोनू की मौत का कारण
4 हत्यारोपितों समेत आला कत्ल बरामद
झांसी। क्षेत्र में रंगदारी करना, ब्याज पर पैसे चलाना औ किसी को भी रौब दिखाने के साथ अपने ही मित्र की बहन के साथ छेड़खानी करने जैसी हरकतों ने रौनू की जान ले ली। मऊरानीपुर थाना क्षेत्र में 27 मई को रोनू तिवारी को उसके अपने दोस्तों ने ही मौत के घाट उतार दिया। सोमवार को पुलिस अधीक्षक ने मामले पर से पर्दा उठाते हुए इस घटना का खुलासा कर दिया। साथ ही हत्यारोपित 4 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। उनकी निशानदेही पर आलाकत्ल भी बरामद कर लिया गया है।
एसपी ग्रामीण राहुल मिठास ने बताया कि 27 मई की शाम रोनू तिवारी को हेमू उर्फ हेमन्त परिहार द्वारा फोन पर बुलाया गया था। उसके बाद से रोनू लापता हो गया था। दो दिन बाद उसका शव गांव के बाहर ही एक खेत में पड़ा मिला था। उसके बाद परिजनों ने हेमू और उसके एक मित्र के खिलाफ लिखित तहरीर देते हुए हत्या का मुकद्मा दर्ज कराया था। जब हेमू को गिरफ्त में लिया गया तो पूरे मामले से पर्दा उठ गया। रोनू की हत्या 27 मई को ही कर दी गई थी। उसकी सोने व चांदी की अंगूठी गायब थी। मुकद्मा दर्ज करने के बाद पुलिस ने हेमंत सिंह परिहार को गिरफ्तार किया तो पता चला कि उसकी बहन से रोनू ने छेड़खानी की थी। लगातार उसे परेशान कर रहा था। वहीं दूसरी ओर विकास तिवारी ने बताया कि मृतक रोनू क्षेत्र में रोब गालिब करता था किसी की भी बेइज्जती करना उसके लिए आम बात थी। इस बात से उसकी टीम के सभी लोग खफा हो गए थे। कुछ दिन पूर्व विकास के साथ रोनू ने मारपीट भी कर दी थी। इस पर हेमन्त और विकास ने उसे ठिकाने लगाने की योजना बनाई थी। हालांकि उसे मौत के घाट उतारने में हेमन्त और उसके साथी महेन्द्र बरार व पंकज बरार का हाथ था। जबकि विकास उन्हें सहयोग कर रहा था। एसपी ग्रामीण ने बताया कि इस बात से परेशान होकर विकास तिवारी ने 8 दिन पहले हेमंत परिहार से कहा कि अगर तुम रोनू तिवारी की हत्या कर दो तो मैं तुम्हारा पूरा सहयोग करूंगा और जो तुमने मुझसे 22 हजार का कर्ज ले रखा है, उसे भी माफ कर दूंगा। कोर्ट कचहरी में जो पैसा लगेगा वह पैसा भी मैं ही लगाऊंगा। इससे हम दोनों का बदला पूरा हो जाएगा। 8 दिन पहले विकास, हेमंत,महेंद्र व पंकज ने योजना को अंतिम रूप दिया। संतोष तिवारी के खेत में 27 मई की शाम 7 बजे पंकज बरार और महेंद्र बरार पहुंच गए। पंकज अपने साथ एक धारदार हथियार भी ले आया। इसके बाद हेमंत ने रोनू तिवारी को फोन करके गांव के बाहर बरगद के पेड़ के पास बुलाया। उसी की मोटरसाइकिल से मोटेहार पहुंचे जहां पहले से बैठे पंकज बरार, महेंद्र बरार, हेमंत ने हमला करके रोनू की हत्या कर दी। पुलिस ने चारों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल बका और खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए।
इस टीम ने किया पर्दाफाश
पूरे मामले का पटाक्षेप करने वाली टीम में मऊरानीपुर थाना प्रभारी निरीक्षक सतपाल सिंह, निरीक्षक नयन सिंह, एसआई पुष्पेंद्र सिंह, एसआई सुनील कुमार, एसआई अश्वनी दीक्षित, कांस्टेबल अतीक अहमद, कांस्टेबल कुलदीप पाल, कांस्टेबल चंद्र शेखर, महिला कांस्टेबल रेखा मौर्य, चालक हेड कांस्टेबिल श्रीपाल आदि शामिल रहे।