रेलवेकर्मी कोरोना संदिग्ध का सेंपल नेगेटिव, जनपदवासियों की आई सांस में सांस
बीते रोज ढाई बजे रात में कानपुर से भागकर आया था रेलवेकर्मी
झांसी। प्रेमनगर थाना क्षेत्र में एक कोरोना संदिग्ध की जांच रिपोर्ट बुधवार को नेगेटिव आने के बाद जनपदवासियों ने राहत की सांस ली है। इससे पहले वाॅयरल हो रहे एक आॅडियो ने क्षेत्र के लोगों में दहशत भर दी थी। लोगों ने घरों से निकलना तक बंद कर दिया था। पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही लोगों को आगाह भी किया है कि किसी भी तरह की अफवाह लोग न फैंलाएं अन्यथा उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है।
जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि मोहन (शिवम) अहिरवार निवासी नैनागढ नगरा शंकर जी के मंदिर के पास प्रेमनगर थाना का सेंपल बीते रोज जांच के लिए भेजा गया था। उसकी रिपोर्ट बुधवार को नेगेटिव आयी है। हालांकि उसे एहतियात के तौर पर अभी आइसोलेशन वार्ड में रखा जायेगा। उन्होंने वाॅयरल हो रहे आॅडियो के मामले में स्पष्ट तौर पर पुलिस अधिकारियों को खंडन करने को कहा। क्षेत्राधिकारी ने भी नैगेटिव रिपोर्ट की बात बताते हुए संदिग्ध को कोरोना पीड़ित होने से मना कर दिया है। साथ ही आॅडियो मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
देश और दुनिया में मौत का कहर बरपा रहे कोविड 19 का कोई पाॅजिटिव मरीज अभी तक जनपद समेत पूरे बुन्देलखण्ड में नही है। यदि जनपद बांदा के दो जमाती मरीजों को छोड़ दिया जाए तो पूरा बुन्देलखण्ड राहत की सांस लेने में अभी तक सफल रहा है। इसी बीच अचानक से महानगर के प्रेमनगर क्षेत्र में एक पॉजिटिव आने का ऑडियो वायरल होने से स्थिति बहुत तेजी से बदली। इसके बाद हरकत में आया प्रशासन अफवाहों को गलत बताने और सही रिपोर्ट को लेकर लोगों को जानकारी मुहैया कराने में पसीने बहाता नजर आया। आनन फानन में पुलिस की ओर से कोरोना से जुड़ी अफवाहों वाली पोस्ट को बिना आधिकारिक पुष्टि के आगे न बढ़ाने और ऐसे करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने जैसे संदेश भी वायरल किये गये।
गौरतलब है कि मोहन अहिरवार कानपुर में रेलवे में कार्यरत है। बताया जा रहा है कि उसे वहां कोविड-19 जैसे लक्षण देखे जाने के बाद वहां आइसोलेट कर दिया गया था। लेकिन वह सोमवार की रात वहां से एक पेपर वाली गाड़ी से भाग आया था। इसके अचानक रात में झांसी आने की सूचना मिलने के बाद मंगलवार को उसे और उसके तीन अन्य परिजनों को मेडिकल टीम घर से ले गयी थी। इसके बाद से पूरे इलाके में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया था। लोगों ने घरों से निकलना बंद कर दिया। क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया। साथ ही एक वाॅयरल आॅडियो ने तो उसे कोरोना पाॅजीटिव तक करार दे दिया। उस आॅडियो में मेडिकल काॅलेज में कार्यरत एक कर्मचारी का नाम भी सामने आया है। जो यह बताने का प्रयास कर रहा है कि वह पाॅजीटिव है और क्षेत्र के लोगों को बचाए रखें।
देर से आई जांच रिपोर्ट पर चर्चाएं गर्म
इस मामले में जांच रिपोर्ट आने में हुई देरी से चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। इलाके में तनाव फैल गया। पूरे प्रकरण में मेडिकल कॉलेज में विशेष रूप से कोविड-19 की जांच के लिए शुरू की गयी लैब में नतीजे तीन घंटे में सामने आने के प्रशासन के दावों पर भी सवाल खड़े हुए हैं। संदिग्ध की जांच मंगलवार देर शाम लैब भेजी गयी थी जबकि रिपोर्ट बुधवार तीन बजे के बाद प्राप्त हुई। इस बीच इलाके में संदिग्ध के कोरोना पॉजिटिव होने को लेकर एक ऑडियो भी वायरल हो गया और क्षेत्र मे तनाव तेजी से बढ़ा।