महाराष्ट्र से आ रहे मजदूरों को सेल्टर होम में किया क्वाॅरेण्टाइन
तहसीलदार बोले,सभी सिद्धार्थनगर के हैं मजदूर
झांसी। एक ओर जहां कोरोना वायरस के कहर से पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। वही जनपद के मऊरानीपुर तहसील में एक ट्रक में भरकर मुंबई से आ रहे करीब 35 मजदूरों को रोक लिया गया। प्रशासन ने सभी का परीक्षण कराते हुए उन्हें शेल्टर होम में क्वाॅरेंटाइन कर दिया है। इस खबर ने पूरे कस्बे में दहशत का माहौल बना दिया। हालांकि बाद में जानकारी होने पर लोगों की जान में जान आई। बताया जा रहा है कि मजदूर सिद्धार्थनगर जा रहे थे।
पूरा देश लाॅकडाउन से गुजर रहा है। ऐसे में किसी को भी एक जगह से दूसरी जगह जाने पर पाबंदी लगी हुई है। इसी दौरान रविवार की सुबह करीब दस बजे एक ट्रक से करीब 35 मजदूर मुम्बई से सिद्धार्थनगर की ओर जा रहे थे। जानकारी मिलने पर एशिया की सबसे बड़ी तहसील कहे जाने वाले कस्बा मऊरानीपुर के गरौठा चैराहे पर प्रशासन ने ट्रक को रोक लिया। सभी मजदूरों को नीचे उतारा गया। उनका परीक्षण कराने के लिए उन्हें नगर पालिका इंटर कॉलेज ले जाया गया। वहां उन सभी मजदूरों की स्क्रीनिंग की गई साथ ही उनके भोजन की भी व्यवस्था की गई। इस दौरान पुलिस ने चारों ओर से उन मजदूरों को सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह से घेरे रखा। इस दृश्य को देखते हुए मोहल्ला कटरा में दहशत का माहौल बन गया। बाद में जब सभी को पता चला कि मजदूरों को यहां खाना खिलाने लाया गया है तब सभी ने राहत की सांस ली। लोगों के विरोध करने पर उन्हें प्रशासन द्वारा मऊरानीपुर के शेल्टर होम में भेजा गया।
बोले तहसीलदार,सिद्धार्थनगर,बस्ती जा रहे थे
तहसीलदार राकेश कुमार ने बताया कि ये सभी सिद्धार्थ नगर व बस्ती आदि के करीब 32 लोग हैं। जो महाराष्ट्र से चलकर आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक डम्फर में भरकर ये आ रहे थे सूचना पर इनको रोक लिया गया है। इनकी स्क्रीनिंग करा ली गई है। शेल्टर होम में रखा जा रहा है।