मंडल के सिग्नल व दूरसंचार विभाग की कोरोना लाॅक डाउन में रही महत्वपूर्ण सहभागिता
झांसी। कोविड 19 महामारी की वजह से पूरा देश लॉक डाउन की स्थिति से गुजर रहा है। ऐसे विपरीत समय में देश के अलग-अलग कोने तक आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने का कार्य देश की सबसे बड़ी परिवहन व्यवस्था रेलवे द्वारा माल गाड़ियों का परिचालन कर किया जा रहा है। लॉकडाउन की वर्तमान स्थिति में रेलवे के अधिकतर कर्मचारी अपने आवास से रेल कार्य करने को विवश हैं। ऐसे समय मे झांसी मंडल के रेलवे टेलीकॉम विभाग द्वारा ऐसी संचार सुविधाएं बखूबी उपलब्ध कराई जा रही है जिससे वर्तमान परिस्थितियों में अधिकारी एवं कर्मचारी अपने घर से ही राष्ट्र हित मे अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सके। सिग्नल एवं दूरसंचार विभाग द्वारा मंडल में संचार के विभिन्न साधन उपलब्ध कराए गए है। जिनमे कुछ कर्मचारियों एवं अधिकारियों के उपयोग के लिए उनके रेल कार्यो में मदद करने के लिए प्रदान किये गए है। जैसे सीयूजी मोबाइल, बीएसएनएल फोन, इण्टरकॉम, रेल नेट आदि। वही कुछ गाड़ियों के सुरक्षित संचालन के लिए अति आवश्यक है जैसे कंट्रोल फोन, मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्युनिकेशन, इमरजेंसी सॉकेट, सैटेलाइट फोन आदि। मंडल में रेलवे द्वारा किये जा रहे कार्यो की समीक्षा एवं नई योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए महाप्रबंधक, मंडल रेल प्रबंधक एवं अन्य उच्च अधिकारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की निर्बाध सुविधा मुहैया कराई जा रही है। निरंतर आपसी विचार-विमर्श के लिए एक्सचेंज ,ट्रंक बोर्ड द्वारा ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग कराई जा रही है। जिसमें लगभग 18 अधिकारी तक एक साथ बात करते हैं। मंडल में रेलवे के सभी दूरभाष संचार केंद्रों जैसे ग्वालियर, सिथौली, उरई, बाँदा, ललितपुर, बबीना, झांसी वर्कशॉप, रेलवे हॉस्पिटल, डीआरएम आफिस आदि द्वारा मंडल के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के आवासों में रेलवे टेलीफोन (जिनकी संख्या 750), इंटरकॉम (जिनकी संख्या 110), बी.एस.एन.एल. टेलीफोन (जिनकी संख्या 150) एवं रेलनेट (जिनकी संख्या 750) की निर्बाध सुविधा टेलीकॉम विभाग द्वारा सुनिश्चित की जा रही है।