बुविवि में आयुर्वेद एवं बायोमेडिकल साइंस के नए आयामों पर संगोष्ठी मंगलवार को

झांसी। आयुर्वेद एवं बायोमेडिकल साइंस के परस्पर सहयोग से स्वस्थ्य के क्षेत्र में नवीन शोध व मानव कल्याण विषय पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के बायोमेडिकल साइंस एवं वैद्य राम नारायण शर्मा आयुर्वेद और वैकल्पिक औषध संस्थान द्वारा मंगलवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जायेगा। उक्त जानकारी विभागाध्यक्ष व आयोजन सचिव डा.रामबीर सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि आयुर्वेद में मानव को स्वस्थ रखने के लिए विभिन्न प्रकार की जीवन क्रियाओं, चिकित्सा पद्धतियों एवं औषधियों का वर्णन है। भारतीय उप महादीप में हजारों वर्षों तक भी प्रयोग करने के उपरांत भी आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धतियों का उपयोग सीमित है। बायोमेडिकल साइंस एक नवीन विज्ञान है जो पूर्णतया आधुनिक तकनीकि एवं साक्ष्यों पर आधारित है। इस विज्ञान में रोगों को पहचानने के लिए नए नए शोध एवं विधाएं विकसित की जाती है। साथ ही नई दवाओं को विकसित करने में भी यह विज्ञान अग्रणी भूमिका निभा रहा है। आयुर्वेदिक पद्धतियों को नवीन वैज्ञानिक विधाओं के आधार पर प्रमाणित कर इस पद्धति को पूरे विश्व के जन कल्याण के लिए उपयोग किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि  संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के निदेशक प्रो. सरमन सिंह, पूर्व कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रो. रमेश चन्द्र, सांसद अनुराग शर्मा रहेंगे। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति बुंदेलखंड विश्वविद्यालय प्रो. जेवी वैशम्पायन करेंगे। मुख्या वक्तायों में प्रो. जीएल शर्मा दिल्ली, प्रो. सूर्यकांत लखनऊ, प्रो. यूडी गुप्ता आगरा, प्रो. प्रसाद ग्वालियर, डा. एसवी शुक्ल कन्नौज आदि वयाख्यान देंगे। संगोष्ठी में 5 तकनीकि सत्र आयोजित किये जायेगे। जिनमें करीब तीन सैकड़ा प्रतिभागी शामिल होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *