बुविवि के पत्रकारिता संस्थान मंे 123वीं जयंती पर विशेष कार्यक्रम
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में गुरूवार को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की 123वीं जयंती पर आयोजित विशेष कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धापूर्वक याद किया गया। वक्ताओं ने विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे नेताजी सुभाषचंद्र बोस के व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर देश और समाज को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास करें।
कार्यक्रम संस्थान के पूर्व समन्वयक डा. सीपी पैन्यूली की अध्यक्षता और संस्थान के समन्वयक डा. कौशल त्रिपाठी के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। शिक्षक उमेश शुक्ल ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस के जीवन के विविध प्रसंगों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि नेताजी का नाम भारत के महानतम स्वतंत्रता सेनानी के रूप में इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। सुभाषचंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को कटक में हुआ था। वे बचपन से अद्वितीय प्रतिभाशाली विद्यार्थी रहे। नेताजी ने न सिर्फ देश की आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि आजाद हिंद फौज का गठन करके अंग्रेजी सेना को खुली चुनौती दी। नेताजी का पूरा जीवन युवाओं के लिए प्रेरक है। विद्यार्थियों में अभिजीत शुक्ल, आकर्ष मिश्र, प्रियांशु संखवार ने नेताजी के व्यक्तित्व के विविध पहलुओं को रेखांकित किया। शिक्षक राघवेंद्र दीक्षित ने नेताजी के जीवन से जुड़ी कुछ अहम बातों के बारे मंे विद्यार्थियों को जानकारी दी। कार्यक्रम में जय सिंह, अभिषेक कुमार, डा. उमेश कुमार, सतीश साहनी और नरेंद्र शर्मा समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।