बुन्देलखण्ड क्रांन्ति दल राज्य निर्माण की मांग को लेकर दिया ज्ञापन
झांसी। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल द्वारा पूर्व में घोषित कार्यक्रम के अनुसार बुधवार को पृथक राज्य निर्माण की मांग को लेकर होने वाला धरना जिला प्रशासन रोक दिया। कार्यकर्ता सुबह से ही कार्यक्रम स्थल गांधी उद्यान कचहरी चैराहा पर पहंुचने लगे, लेकिन पुलिस ने गांधी उद्यान के गेट पर ताला डाल कर पार्क को छावनी के रूप में बदल दिया। इस पर दल के कार्यकर्ताओं ने प्रधानमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के प्रतिनिधि मण्डल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष कुं. सत्येन्द्र पाल सिंह के नेतृत्व में प्रधानमंत्री के नाम सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंप कर पृथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण की मांग की। ज्ञापन देने के बाद बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के कार्यालय में एक बैठक बुन्देलखण्ड महिला क्रान्ति दल की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती शैलजा सिंह की अध्यक्षता व राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर सत्येन्द्र पाल सिंह के मुख्य आतिथ्य में की गई। बैठक को सम्बोधित करते हुये कुं. सत्येन्द्र पाल सिंह ने कहा कि प्रशासन ने लोकतंत्र का गला घोंट दिया। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल को लोकतांत्रिक तरीके से कार्यक्रम नहीं करने दिया गया। हम इसका विरोध करते हैं। साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री से मांग करते कहा कि बुन्देलखण्ड वासियों की पीड़ा को समझ कर बुन्देलखण्ड राज्य की बहाली की जाये। यदि हमारी आवाज को नहीं सुना गया तो हम गांव गांव में आन्दोलन चलायेंगें व बुन्देलखण्ड राज्य लेकर रहेंगे। राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती शैलजा सिंह ने कहा कि बुन्देलखण्ड राज्य हमेशा से पृथक रहा है। राज्य बनाने के मामले में भारत सरकार ने मानकों की अनदेखी की है। देश की आजादी के बाद भी बुन्देलखण्ड पृथक राज्य रहा है।बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल के राष्ट्रीय महासचिव मो. नईम मंसूरी ने कहा कि 31 अक्टूबर 1956 को तत्कालीन प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू ने पृथक बुन्देलखण्ड राज्य को समाप्त कर दिया था। तब से अब तक 18 नये राज्य बनाये गये, लेकिन बुन्देलखण्ड को राज्य नहीं बनाया गया। अब समय आ गया है कि बुन्देलखण्ड को शीघ्र राज्य बनाया जाये। इस दौरान अरविन्द्र सिसोदिया, अफसर खान, मो. मुबारक खान, दीपक सिंह परिहार, राजू वंशकार, लोकेन्द्र परिहार, अजय सिंह, यशपाल सिंह परिहार, कु. वैष्णवी दुबे आदि उपस्थित रहे।