बुक्राद ने पटरी दुकानदारों का शोषण रोकने की उठाई मांग
झांसी। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल की मासिक बैठक केन्द्रीय अध्यक्ष कुं सत्येन्द्र पाल सिंह की अध्यक्षता में केन्द्रीय कार्यालय पर गुरूवार को सम्पन्न हुई। बैठक में नगर निगम द्वारा पटरी दुकानदारों के उत्पीड़न पर चिन्ता व्यक्त की गई। साथ ही कहा गया कि पथ विक्रेता नियमावली 2017 में विस्थापन को अन्तिम विकल्प के तौर पर शामिल किया गया है, लेकिन नगर निगम के अधिकारी विस्थापन को पहले विकल्प के तौर पर प्रयोग कर रहे हैं जो गलत व गैर कानूनी है।
बैठक को सम्बोधित करते हुये केन्द्रीय अध्यक्ष ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल का प्रमुख लक्ष्य बुन्देलखण्ड राज्य का पुनः प्रथक निर्माण तो है ही लेकिन इसके साथ बुन्देलखण्ड के गरीबों की चिन्ता करना भी हमारा काम है। नगर निगम में करीब 10 हजार पटरी दुकानदारों ने अपना पंजीकरण कराया हुआ है। आज तक नगर निगम इस सम्बन्ध में कोई योजना नहीं बना पाया। टीवीसी की मीटिंग पिछले दो सालों से नहीं हुई। बिना टीवीसी के मीटिंग के पटरी दुकानदारों के सम्बन्ध में कोई भी नीति बनाना पथ विक्रेता नियमावली का उल्लंघन है। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल नगर निगम की निन्दा करता है और बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल पटरी दुकानदारों के उत्पीडन का पूरी ताकत से विरोध करता है। यदि पटरी दुकानदारों का उत्पीडन न रूका तो दल व्यापक जन आन्दोलन के लिए बाध्य होगा। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी नगर निगम मेयर व नगर आयुक्त की होगी। बैठक में महानगर अध्यक्ष मो. नईम मंसूरी, मजदूर क्रान्ति दल के अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरद प्रताप सिंह व यशपाल सिंह ने कहा कि नगर निगम द्वारा पटरी दुकानदारों का शोषण किया जा रहा है। पटरी दुकानदारों को अपना व्यापार करने के लिये नगर निगम द्वारा स्थान देने की मांग की गई। बैठक में मनोज यादव, देवेन्द्र अहिरवार, प्रेम कुशवाहा, राजेन्द्र यादव,राज सिंह शेखावत , राहुल त्रिवेदी, महेन्द्र सिंह ,विनोद वर्मा ,अनवार अहमद मंसूरी, जगदीश विश्वकर्मा, अतीक मकरानी ,शिवदयाल आदि उपस्थित रहे।