बुंदेलखंड के मजदूरों को अन्य प्रदेशों से वापस लाया जाये: सतेन्द्र
झांसी। बुंदेलखंड क्रांति दल की बुंदेलखंड स्तरीय ऑन लाइन बैठक हुई। बैठक में बुन्देलखण्ड के मजदूरों व किसानों के हालात पर चिंता व्यक्त की गई। बुन्देलखण्ड के लाखों मजदूर अन्य प्रदेशों में फसे हुए हैं। यातायात के साधन के बिना मजदूर पैदल अपने घर लौटने के लिए मजबूर हैं। बैठक के माध्यम से उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश की सरकार से मांग की गई कि बुन्देलखण्ड के मजदूरों को वापस लाये जाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाना चाहिए। और जब तक मजदूरों को वापस नहीं लाया जाता तब तक उनके लिए आर्थिक सहायता दी जाए।
बुन्देलखण्ड क्रांति दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुँवर सत्येंद्र पाल सिंह ने कहा आज बुन्देलखण्ड के गरीब मजदूर अपने हालातों पर रो रहे हैं। उन्हें खाना खाने की व्यवस्था नहीं हैं, इस कारण मजदूर पैदल चलने के लिए मजबूर है। किसानों का मण्डियों में शोषण किया जा रहा है। सरकारी खरीद में भ्रष्टाचार किया जा रहा है। बुंदेलखंड क्रांति दल की निगरानी समिति बनाई जा रही हैं, जो मंडियों में किसानों के हित में काम करेंगी। बैठक में जिलाध्यक्षों को निर्देश दिए गए कि किसानों की सहायता करें। किसी किसान का मंडी में उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। ऑन लाइन बैठक में दमोह से अनुराग गौतम, सागर से अशोक दुबे, पन्ना से सुदीप श्रीवास्तव, छतरपुर से नील मणि सिंह, कीर्तिबर्धन सिंह, टीकमगढ़ से राम कुमार रजक, हमीरपुर से सत्येंद्र अग्रवाल, धर्मेंद्र पण्डे, महोबा से दीपेंद्र सिंह परिहार, बांदा से भारत सिंह, चित्रकूट से लवलेश कुमार विराग, जालौन से रविंद्र दीक्षित, झांसी से मो नईम मंसूरी, शरद प्रताप सिंह, देवेंद्र अहिरवार आदि ने अपनी बात रखी।