बीयू: कोविद-19 से बचाव में इम्युनिटी के योगदान पर अंतरराष्ट्रीय वेबिनार 11 मई को
झांसी। पूरा विश्व आज कोरोना महामारी से जूझ रहा है। इस बीमारी से विश्व के 180 देशों में करीब 30 लाख आबादी प्रभावित है। अब तक करीब तीन लाख व्यक्तियों की जान जा चुकी है। इकीसवीं सदी का विज्ञानं इतना विकसित होने के बावजूद भी अभी तक इस बीमारी का कोई इलाज नहीं ढूढ़ पाया है। जहां विश्व के विकसित राष्ट्र अपने नागरिकों के जीवन को बचाने में जुटे हैं वही भारत जैसे विकाशील देश कोविड-19 से नागरिकों के जीवन को बचाने के साथ साथ उनके जीवन यापन से जुडी समस्यायों से भी जूझ रहे है। इस दौरान लॉकडाउन को दोधारी तलवार की तरह से देखा जा रहा है। ऐसा नहीं है कि कोरोना बीमारी के इलाज एवं रोकथाम के लिए देश-विदेश के विभिन्न शोध संस्थानों द्वारा प्रयास नहीं किये जा रहें है, लेकिन वाॅयरस का नया प्रकार एवं इसका अत्यधिक संक्रमित स्वाभाव बहुत सारी चुनौतियां पैदा कर रहा है। इस समय जब कोई दवा उपलब्ध नहीं है तथा वैक्सीन के विकसित होने में समय लगने की संभावना है। व्यक्ति के इम्मून सिस्टम को ही कोविड-19 से बचाव में कारगर माना जा रहा है। मानव के इम्यून सिस्टम को समझने एवं इसे सुदृढ़ कर कोरोना वायरस से लड़ने के लिए तैयार करने के विषय पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के बायो मेडिकल साइंस विभाग द्वारा 11 मई को शाम साढे़ 3 बजे से एक अंतर्राष्टीय स्तर के वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है।
गौरतलब है कि अभी तक किये गए शोध तथा क्लीनिकल डाटा से पता चला है कि यह वाॅयरस कमजोर इम्यून सिस्टम के व्यक्तियो के लिए अत्यधिक घातक है। ऐसे व्यक्ति जो किसी और गंभीर बीमारी जैसे डायबिटीज, अस्थमा, टीबी , एड्स, कैंसर इत्यादि से ग्रसित हैं और उनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। वे आसानी से कोरोना वाॅयरस के शिकार हो जाते है। कोविड-19 पर हुए शोध इस तथ्य को स्वीकार कर रहे हैं कि सुदृढ़ इम्यून सिस्टम से कोरोना वाॅयरस के संक्रमण से बचा जा सकता है। अब प्रश्न यही है कि मानव के इम्यून सिस्टम को कैसे रोगो से लड़ने लिए सुदृढ़ किया जाये। मानव के इम्यून सिस्टम को समझने एवं इसे सुदृढ़ कर कोरोना वाॅयरस से लड़ने के लिए तैयार करने के विषय पर बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के बायो मेडिकल साइंस विभाग द्वारा सोमवार को शाम साढ़े 3 बजे से एक अंतर्राष्टीय स्तर के वेबिनार का आयोजन किया जा रहा है। आयोजन सचिव एवं बायो मेडिकल साइंस विभाग के अध्यक्ष डॉ रामबीर सिंह द्वारा अवगत कराया गया कि वेबिनार में एम्सड्रम मेडिकल सेंटर,नीदरलैंड के प्रो. हरी शंकर शर्मा, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संसथान नई दिल्ली के प्रो. डीएन राव तथा विश्व आयुर्वेद मिशन, प्रयागराज के अध्यक्ष प्रो. जीएस तोमर मुख्यवक्ता के रूप में अपने विचार रखेंगे। वेबिनार में निशुल्क भाग लिया जा सकता है तथा इस सम्बन्ध में जानकारी विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।