बिहार के मजदूर की झांसी में बिगड़ी हालत, साथी सड़क किनारे छोड़ भागे, मौत
झांसी। विश्वव्यापी कोरोना के कहर से बचने के लिए लागू लॉक डाउन के दौरान मानवता को शर्मसार करने वाली एक बड़ी ही दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। महाराष्ट्र से बिहार जा रहे एक मजदूर की झांसी में अचानक तबियत बिगड़ गई। इस पर उसके साथियों का जत्था उसे उतारकर सड़क किनारे छोड़कर भाग गए। जब इसकी जानकारी पुलिस और प्रशासन को हुई तो तुरंत ही उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
उपजिलाधिकारी संजीव मौर्य और सीएमओ डा. जीके निगम ने संयुक्त रूप से प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि महाराष्ट्र से चलकर बिहार का एक जत्था झांसी होते हुए बिहार जा रहा था। इस दौरान द्वारिका नाम के 52 वर्षीय मजदूर की तबीयत बिगड़ गई और वह गश्त खाकर गिर गया। यह देख उसके सभी साथी उसे सड़क किनारे छोड़कर चले गए। वह कई घंटे सड़क किनारे पड़ा रहा। इसकी जानकारी जब जिला प्रशासन को हुई तो पुलिस के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग की टीम उसे जिला अस्पताल ले गई। जहां उसका उपचार किया गया। साथ ही कोरोना वायरस का सैंपल भी लिया गया। उपचार के दौरान 52 वर्षीय द्वारका प्रसाद की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि इससे पूर्व द्वारका घंटों अपने साथियों की उपेक्षा का शिकार रक्सा क्षेत्र में मध्य प्रदेश बॉर्डर के पास सड़क किनारे पड़ा रहा। जब इसकी सूचना जिला प्रशासन को हुई तब उसको उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया गया। बताया गया कि द्वारिका की मौत का समाचार उसके परिजनों व साथियों तक भिजवा दिया गया है। यहां शव को शव बिच्छेदन गृह में शव को रख दिया गया है, तथा आगे की कार्रवाई जारी है।