पुलिस और सफाई कर्मियों के बीच हुई मारपीट, दोनों ओर से दरोगा समेत 6 घायल
देर शाम तक विभागीय कार्रवाई के आश्वासन के बाद सफाई कर्मी हटे
झांसी। लॉकडाउन के दौरान लोगों का कचरा साफ करने वाले सफाई कर्मचारी और कानून का पालन कराने वाले वर्दीधारी शनिवार को आमने-सामने आ गए। बात इतनी बढ़ गई कि दोनों तरफ से जमकर मारपीट हो गई। इस संघर्ष में दरोगा समेत तीन सिपाही और तीन सफाईकर्मी घायल भी हुए। वहीं सफाईकर्मियों ने कचरे की गाड़ियांे को सड़क पर खड़ा करते हुए जाम लगा दिया। हालांकि देर शाम तक पुलिस के उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद मामले मंे सुलह भी हो गया।
घटना थाना व कस्बा समथर में शनिवार को पुलिस और सफाई कर्मचारियों के बीच जमकर मारपीट हुई। एसआई ज्ञानेश्वर विश्वकर्मा के मुताबिक उनको थानाध्यक्ष ने फोन पर सूचना दी थी कि मंडी में भीड़ बहुत लगी है। उन्होंने मौके पर पहुंचकर भीड़ को वहां से हटाया, लेकिन वहीं पर जुआ और सट्टा के कुछ कारोबारी मौजूद थे, जिनका अवैध कारोबार कुछ दिन पहले एएसआई ने बंद करवा दिया था। जब शनिवार को ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मचारी सतीश और आशु को निहत्था देखा तो बदमाशों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। जब एसआई ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उनके साथ भी मारपीट शुरू कर दी गई। इस घटना में तीनों पुलिसकर्मी घायल हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कर दिया गया है।
सफाई कर्मचारी ने बेवजह पीटना बताया विवाद का कारण
सफाई कर्मचारी सागर ने बताया कि वह कूड़ा उठा रहा था। तभी दारोगा ने पीछे से उस पर डण्डे से हमला कर दिया। जब उसने अपना परिचय देते हुए बताया कि वह नगरपालिका का कर्मचारी है। इस पर दारोगा गाली गलौज करते हुए बोले यहां से भागो कोई काम नहीं होगा। इसकी सूचना उसने नगरपालिका के साथियों को दी। थोड़ी देर में दरोगा नगरपालिका भी पहुंच गया और फिर सफाईकर्मियों से विवाद करने लगा। इसके बाद ही सफाईकर्मियों और पुलिस के बीच हाथापाई हुई थी।
ये हुए घायल
दरोगा ज्ञानेश्वर विश्वकर्मा, सिपाही सतीश कुमार,आशु सिंह,तथा नगर पालिका सफाई कर्मचारी सोनू ,सागर एवं आकाश चोटिल हो गए। इन सभी को उपचार के लिए स्वास्थ केन्द्र भिजवाया गया था।
कर्मचारियों ने पालिका गेट के सामने लगाया जाम
घटना के बाद सफाई कर्मचारियों ने पालिका गेट के सामने ही कूढ़े लदे ट्रैक्टर ट्रॉली व लोडर गाड़ी खड़ी कर दी और सफाई का काम बंद कर दिया। पुलिस व सफाई कर्मियों के बीच मारपीट होने की सूचना पर सीओ मोठ अभिषेक राहुल एवं अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल मिठास मौके पर पहुंचे एवं घटना का संज्ञान लिया।
पुलिस पर विभागीय कार्रवाई के बाद हटे सफाईकर्मी
एसपी ग्रामीण राहुल मिठास व सीओ मोठ ने सफाई कर्मचारियों को विभागीय जांच व कार्यवाही किए जाने का आश्वासन दिया। तब जाकर जाम लगाकर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े कर्मचारी वहां से हटे। दोनों पक्षों की गलतफहमियां भी दूर की गई। मामले का सुलह समझौता करा दिया और मामला शांत करा दिया।
बोले सीओ,गलतफहमी में हो गया था विवाद
इस मामले में सीओ मोठ अभिषेक राहुल का कहना है कि लॉक डाउन ड्यूटी के दौरान आम आदमी समझकर दरोगा ने एक सफाई कर्मचारी को डंडा मार दिया था जिससे सफाई कर्मचारियों एवं पुलिस के बीच विवाद हो गया था। दोनों पक्षों की बात सुनकर उनके बीच की गलतफहमी को दूर करा दिया गया है। मामले में सुलह समझौता हो गया है। अब कोई बिबाद का मामला नहीं है।