न्यू इंडिया फांउडेशन एक पहल की पहल पर बची एक गरीब महिला की जिन्दगी
पिछले 8 माह से महिला जूझ रही थी खून की कमी की बीमारी से
झांसी। खून की कमी की बीमारी से जूझ रही एक गरीब व असहाय महिला आज चार बोतल खून चढ़ने के बाद खतरे से बाहर बताई जा रही है। जब सहायता के लिए सारे दरवाजे बंद हो गए तब सामाजिक संस्था न्यू इंडिया फाउंडेशन एक पहल की पहल के चलते कई दिन की मशक्कत के बाद उसका जीवन बच सका। यह उदाहरण है समाजसेवी संस्था के बेहतर कार्य करने का। मरीज महिला के परिजन संस्था के लोगों की प्रशंसा करते थक नहीं रहे हैं। यही नहीं संस्था की पहल का नतीजा यह हुआ कि समाचार लिखे जाने तक सांसद कार्यालय से भी सहयोग का आश्वासन दिया जा चुका था।
नगर के बीच स्थित सीपरी बाजार क्षेत्र के लहर की देवी के मंदिर के समीप रहने वाली महिला रानू पिछले 8 महीनों से संक्रमण एवं एनेमिया की बीमारी से ग्रसित है। आर्थिक तंगी के कारण परिवार ठीक से इलाज नहीं करा पाया। लाॅकडाउन के दौरान मुसीबतें और बढ़ गई। उसकी तबीयत ज्यादा गंभीर होने पर परिजन उसे लेकर जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज पहुंचा,लेकिन मरीज को एडमिट नहीं किया गया। कारण था सारी स्वास्थ व्यवस्था को कोरोना संक्रमण की रोकथाम में लगाया गया है। किसी तरह उसके पड़ोस में रहने वालों ने सामाजिक संस्था न्यू इंडिया फाउंडेशन एक पहल झांसी को फोन करके इसकी जानकारी दी। संस्था ने खाद्य सामग्री पहुंचाकर परिवार की मदद की। साथ ही मरीज की गंभीर हालत देखते हुए स्वास्थ्य सेवा 108 नंबर पर कॉल किया। उन्होंने कहा एंबुलेंस सिर्फ नजदीकी सरकारी अस्पताल तक ले जाएगी। जहां से परिवार पहले ही निराश हो चुका था। संस्था ने 112 नंबर पर कॉल किया तो जवाब मिला स्वास्थ्य सेवा 108 नंबर पर कॉल कीजिए।
शासन-प्रशासन ने भी नहीं दिया था जबाब
संस्था ने ट्विटर हैंडल पर झांसी डीएम, विधायक, सांसद, झांसी पुलिस, उत्तर प्रदेश सरकार, मुख्यमंत्री आवास को भी पत्र के माध्यम से सूचित किया। पर व्यस्तता के चलते जवाब नहीं आया। बीते रोज 9 अप्रैल को पूरे दिन परेशान होने के बाद परिवार ने पड़ोसियों से मदद मांगी।
मेट्रो हाॅस्पिटल के संचालक सहायता को आए आगे
एनजीओ ने हंसारी झांसी स्थित मेट्रो हॉस्पिटल के मालिक हरविंदर सिंह से मदद की अपील की। हरविंदर सिंह पहले भी कई निर्धन परिवारों की मदद कर चुके हैं। उन्होंने सहयोग का आश्वासन दिया। तब संस्था एवं पड़ोसियों के सहयोग से पीड़ित महिला रेनू को हंसारी स्थित मेट्रो हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। तत्काल प्रभाव से जांच कराकर महिला को दो बोतल खून चढ़ाया गया और आवश्यक उपचार किया गया। अब महिला खतरे से बाहर है। शुक्रवार 10 अप्रैल को दो बोतल खून और चढ़ाया गया।
पति है दिहाड़ी मजदूर,आर्थिक तंगी झेल रहा परिवार
22 वर्षीय पीड़ित महिला का पति करण एक दिहाड़ी मजदूर है। माता निर्धन है जो अपना बड़ा बेटा पहले ही खो चुकी है। कुल मिलाकर परिवार बुरी तरह से आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है। अब परिवार सभी के सहयोग से बेहतर महसूस कर रहा है। मेट्रो हॉस्पिटल हंसारी के संचालक डा.हरविंदर सिंह ने निर्धन पीड़ित महिला का इलाज निशुल्क करने का आश्वासन दिया है।
सांसद पत्नि ने भी सहयोग का दिया आश्वासन
समाचार लिखे जाने तक संस्था के अनुरोध पर झांसी-ललितपुर क्षेत्र के सांसद अनुराग शर्मा की पत्नी श्रीमती पूनम शर्मा की पहल पर सांसद कार्यालय से भी पीड़िता की मदद का आश्वासन दिया गया।