नीमा और नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों को किया प्रशिक्षित
झांसी। कोविड 19 से बचाव के लिए अब सभी लोग मैदान में उतर आए है। इसके लिए जरूरी है कि इस बीमारी से दूसरों की सुरक्षा से पहले खुद की सुरक्षा के नियमों को जान लिया जाए। इसके चलते गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में नेशनल इंटीग्रेटिड मेडिकल एसोसिएशन (नीमा) और नर्सिंग होम एसोसिएशन के सदस्यों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का संचालन स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी डॉ. विजयश्री शुक्ला के द्वारा किया गया।
जनपद में कोविड-19 की रोकथाम हेतु की गयी तैयारियों के बारे में बताते हुये अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ॰ एन के जैन ने बताया कि जनपद में क्वारनटीन के लिए पैरामेडिकल कॉलेज को क्वारनटीन जोन बनाया गया है, वही अपरिलक्षित लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित लोगों के लिए 100 बेड की एल-1 इकाई निर्मल हॉस्पिटल को बनाया गया है, परिलक्षित लक्षणों वाले कोरोना संक्रमित के लिए एल-1 इकाई बड़ागाँव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को बनाया गया है, वही किसी भी आपातकाल के लिए एल-2 इकाई मेडिकल कॉलेज में बनाई गयी है। इसी के साथ कोरोना वायरस से सावधान रहने की जहाँ आम लोगों को जरूरत है वहीँ इससे संक्रमित लोगों का इलाज कर रहे चिकित्सकों और अस्पताल कर्मचारियों को भी बड़ी ही सतर्कता बरतने की जरूरत है। तकनीकी प्रशिक्षण दे रहे क्वालिटी सलाहकार डॉ.मनीष खरे ने बताया कि संक्रमण की रोकथाम के लिए सर्वप्रथम सभी चिकित्सकों को व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) पहनने एवं उतारने के विषय में प्रशिक्षण दिया गया। अन्य उपायों की भी जानकारी दी गई जैसे वार्ड की सफाई, संक्रमित चादरों का विसंक्रमण एवं धुलाई तथा उपकरणों का विसंक्रमण। प्रशिक्षण के दौरान मास्क को कैसे पहनना है और उसे कैसे डिस्पोज करना है, साथ ही हाथ धोने के तरीकों के बारें में क्वालिटी इंप्रूवमेंट मेंटर अनुपमा यादव ने बताया। अंत में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जीके निगम ने उपस्थित नीमा और नर्सिंग होम एसोसिएशन के सभी सदस्यों का उत्साहबर्धन किया और कहा कि हम सभी मिलकर ही इस महामारी से ऊबर सकते है। प्रशिक्षण में नर्सिंग होम एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. निलय जैन भी उपस्थित रहे।