नाबालिग बच्चों से ट्रेन व स्टेशन पर मंगवाई जा रही भीख
झांसी। घर से भागे दो नाबालिग बच्चों को दो युवकों ने अपने झांसे में ले लिया। इसके बाद उनसे भीख मंगवाने लगे। बुधवार को आरपीएफ ने दोनों युवकों व बच्चों को पकड़ लिया। इसके बाद बच्चों को रेलवे चाइल्ड लाईन के सुपुर्द कर परिजनों को सूचना दे दी। साथ ही दोनों युवकों के विरूद्व कार्रवाई कर दी।
आरपीएफ उपनिरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत हमराह लोकेन्द्र सिंह व डीएस मीणा के रेलवे स्टेशन पर बुधवार को गश्त कर रहे थे। तभी उन्हें प्लेटफार्म नम्बर 4 व 5 पर दो युवक व दो नाबालिक बच्चे भीख मांगते हुए दिखाई दिए। संदेह होने पर आरपीएफ ने उन्हें रोक कर पूछताछ की तो युवकों ने अपने नाम हितु उर्फ राका निवासी सिमरपहा थाना कोतवाली लालगंज जिला रायबरेली व आशीष राजपूत निवासी मानिकपुर बसई थाना बसई जिला दतिया म.प्र बताया। वही बच्चों ने अपने नाम 12 वर्षीय राठौड़ पुत्र बाबूलाल निवासी चार खम्बे वाली गली वार्ड क्रमांक 06 थाना गंजवासौदा जिला विदिशा म.प्र व 12 वर्षीय राकेश राजपूत पुत्र राजू राजपूत निवासी सिकन्दरी संराय मस्जिद के पीछे थाना बजरिया जिला भोपाल म.प्र बताया। पूछताछ में नाबालिग बच्चों ने बताया कि दोनों अपने-अपने घर से करीब 7-8 दिन पहले से भागे थे। ट्रेन में उन्हें हितू उर्फ शाका व आशीष नाम के दो व्यक्ति मिले जिनके कहने पर उन्हीं के साथ भोपाल से झांसी के मध्य ट्रेनों व रेलवे स्टेशनों पर भीख मांगते है। दोनों बच्चों को थाना रेल सुरक्षा बल लाया गया। वहां उनको चाय-नाश्ता करवाया गया और मामले से प्रभारी निरीक्षक को अवगत कराया गया। इसके बाद उप निरीक्षक रविन्द्र सिंह राजावत ने रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम को बुलाकर दोनों नाबालिग बच्चों को सुपुर्दगीनामा के तहत अग्रिम कार्यवाही के लिए सुपुर्द कर दिया। साथ ही आरोपियों के विरूद्व रेलवे परिसर में अवैध रूप से भ्रमण करने व भीख मांगने के आरोप में गिरफ्तार कर दोनों के विरूद्ध संम्बधित धाराओं में मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।