नहीं खुली शराब की दुकानें, शौकीन घंटों खड़े रहे आश में
दोपहर बाद भी जब न उठी शटर तो मन मारकर लौट गए
झांसी। लाॅकडाउन के 40 दिन गुजारने के बाद सोमवार को बड़े उत्साह पूर्ण तरीके से 10 बजने से पहले ही शराब की दुकानों पर लाइन लगाकर खड़े होने वालों को एक बार फिर निराशा ही हाथ लगी। जनपद में सोमवार को भी शराब की दुकानों को खोलने के कोई स्पष्ट आदेश जारी नहीं हुए। बिना आदेश के किसी की जुर्रत नहीं हुई कि लाइन में लगे लोगों की इच्छा की पूर्ति कर सके। घंटों लाइन मंे मयखाने की शटरों के उठने का इंतजार करने के बाद अन्ततः सभी को निराश होकर वापस अपने घरों को लौटना पड़ा।
कोरोना कहर से बचने के लिए पूरे देश में प्रधानमंत्री मोदी ने लाॅकडाउन की घोषणा कर दी थी। उसके बाद से लगातार लाॅकडाउन ही चल रहा है। 21 दिन के लाॅकडाउन की समाप्ति से पूर्व ही 19 दिन का लाॅकडाउन फिर से लगा दिया था। इस प्रकार पूरे 40 दिन तक लाॅकडाउन के दौरान शराब समेत गुटखा,पान,बीड़ी आदि पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी। बीते रोज केन्द्र के निर्देशन में राज्य सरकारों को शराब की दुकानों को खोलने का सशर्त आदेश दिया गया था। हालांकि आदेश होने के बाबजूद भी सोमवार को जनपद में दुकानों को नहीं खोला गया। लोगों ने टीवी चैनल पर खबर देख ली थी कि आज से शराब की दुकानें खोली जानी हैं। इसके चलते सुबह आठ बजे से ही शराब के शौकीनों ने अपनी हालत दुरुस्त करते हुए दुकानों पर लाइन लगा ली थी। दस बजते बजते सभी के चेहरों पर अजीब सी खुशी थी। हालांकि यह खुशी ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी। जैसे से घड़ी की सुइयां दस बजे से आगे बढ़ती गई सभी के चेहरों पर खुशियों की जगह चिंता की लकीरें दिखाई देने लगी। और दोपहर के 12 बजते ही सबके चेहरों पर केवल निराशा ही दिखाई दे रही थी। हालांकि जनपद में तहसील गरौठा के अन्तर्गत गुरसरांय व गरौठा कस्बा में करीब एक दर्जन दुकानों को खोला गया था। इसमें गुरसरांय की अंग्रेजी शराब की दुकान पर एक दरोगा व चार सिपाहियांे की सुरक्षा भी दिखाई दी। लेकिन शराब की दुकान को देखते हुए लोगांे ने अपना आपा खो दिया और सोशल डिस्टेंस की सीमाओं को भूलते हुए वे दुकान पर धक्का मुक्की करते दिखाई दिए।
असमंजस में रहे लोग
वहीं जनपद में खास तौर पर नगर में लोग असमंजस की स्थिति में दिखाई दिए कि जिलाधिकारी का आदेश है भी या नहीं। यदि आदेश नहीं होगा और वह दुकानों की ओर गए तो हालात पिटाई के अलावा और कुछ नहीं होगा।
बोले आबकारी अधिकारी,तैयारी पूरी कल से खुलेंगी दुकानें
इस संबंध में जिला आबकारी अधिकारी ने बताया कि जनपद में शराब की दुकानें खोलने के आदेश तो थे। किन्तु उन्हें इसलिए बंद रखा गया कि इतने दिनों के बंद होने के बाद इन्हें खोलना खतरे से खाली नहीं था। इस मामले में आज पूरी तैयारी कर ली गई है। सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम कर लिए गए हैं। कल से जनपद में दुकानंे खोली जाएंगी।
प्रयोग के तौर पर गरौठा तहसील में एक दर्जन दुकानें खोली गई
उन्होंने बताया कि जनपद में शराब की कुल 357 दुकानें हैं। इसमें देशी, अंग्रेजी और बियर माॅडल शाॅप भी शामिल हैं। प्रयोग के तौर पर जांच करने के लिए उन्होंने गरौठा तहसील की करीब एक दर्जन दुकानों को खुलवाया था। उनमें करीब एक आधा दर्जन गुरसरांय में थी। वहां पर सबकुछ ठीक ठाक रहा है। अब कल से पूरे जनपद में खोली जाएंगी।