नगर में कोरोना पाॅजिटिव के लिए कहीं प्रवासी मजदूर जिम्मेदार तो नहीं ?
आशंका के बाद महिला के बेटे के दोस्तों के सैंपल कलेक्ट करने में जुटी टीम
झांसी। बुधवार को वीरांगना नगरी में कोरोना के तीन मरीज होने के बाद प्रशासन पूरी तरह से मरीजों की कर्म कुंडली खंगालने में जुटा हुआ है। इस दौरान एक चैकाने वाला तथ्य भी सामने आया है। ऐसा बताया जा रहा है कि महिला का बेटा कहीं प्रवासी मजदूरों के संपर्क में तो नहीं आया। और वहीं से कोरोना वाॅयरस ने नगर में डेरा डाल लिया है। फिलहाल इस बारे में अभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है। परन्तु इतना अवस्य है कि कोरोना पाॅजिटिव महिला का बेटा कुछ दिनों से अपने मित्रों के साथ समाज सेवा करता हुए देखा गया है। संदेह के बाद से महिला के पुत्र के सभी समाजसेवी मित्रों की जन्म कुण्डली खंगालने मंे प्रशासन जुट गया है।
लाॅकडाउन के दूसरे चरण के 13 दिनों तक नगर में सबकुछ ठीक चल रहा था। ऐसा माना जा रहा था कि प्रशासन की जीतोड़ मेहनत रंग लाई और जनपद कोरोना वाॅयरस जैसी भयानक बीमारी से अपने को बचाने में सफल हो गया है। लेकिन 27 अप्रैल सोमवार की सुबह आई महिला की कोरोना पाॅजिटिव रिपोर्ट ने सबको हिला कर रख दिया। जब महिला मरीज की कांटेक्ट और टेªवल हिस्ट्री देखी तो लग रहा था कि इसे कोरोना कैसे हो सकता है। ऐसे तमाम सवाल लोगों के मन में आ जा रहे थे। कि तभी बुधवार सुबह जिलाधिकारी ने महिला मरीज के पुत्र व जेठ की रिपोर्ट पाॅजीटिव बताते हुए मरीजों की संख्या 3 बताकर लोगों में खलबली मचा दी। इसके बाद से संदेह की सुई महिला के बेटे पर जा टिकी। सूत्रों की मानें तो उसे पिछले कुछ दिनों तक समाजसेवा करते देखा भी गया है। हालांकि अभी इस मामले में आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
प्रवासी मजदूरांे को भोजन बांटने गया बेटा
लाॅकडाउन के बाद ही दूसरे प्रदेशों में रोजगार की लालच में जमा हजारों की संख्या में पैदल चलकर मजदूर अपने घर लौट रहे थे। सैकड़ों किमी पैदल चलकर आ रहे मजदूर उस समय झांसी होते हुए अन्य जिलों का रुख कर रहे थे। इसी दौरान बाईपास पर समाजसेवियों,पुलिस व प्रशासन द्वारा उन्हें भोजन और पानी की व्यवस्था कराई गई। बताया जा रहा है कि उन मजदूरों को खाना पानी देने के लिए वहां पहुंचे थे। और समाज सेवा की नियत से खाने के पैकेट बांट रहे थे, जो सीधे कामगारों को दिए जा रहे थे। इस कार्य में ओरछा गेट निवासी महिला मरीज का कोरोना पाॅजिटिव आया बेटा भी अपनी मित्र मंडली के साथ प्रवासी मजदूरों की सेवा करने में जुटा था। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वह इसी दौरान किसी कोरोना संक्रमित मजदूर के संपर्क में आ गया हो और उसके बाद घर पर उसके संपर्क में आने से वृद्ध महिला भी संक्रमित हुई हो। फिलहाल यह केवल संभावना है,हकीकत क्या है यह जांच का विषय है। फिलहाल इस संदेह के बाद से कोरोना पाॅजिटिव आए बेटे के सभी मि़़त्रों की स्वास्थ टीम तलाश करती घूम रही है। और एक-एक की हिस्ट्री चैक की जा रही है।