नगर निगम की वजह से पटरी दुकानदार पलायन को मजबूर

झांसी। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल की मासिक बैठक शुक्रवार को केन्द्रीय अध्यक्ष कुँ. सत्येन्द्र पाल सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यालय पर सम्पन्न हुई। जिसमें नगर निगम द्वारा पटरी दुकानदारों के शोषण पर भी चिन्ता व्यक्त की गई। साथ ही बताया कि भारत सरकार ने 2014 में पथ विक्रेता जीविका संरक्षण अधिनियम बनाया व उ.प्र. सरकार ने 2017 में पथ विक्रेता नियमावली लागू की। लेकिन नगर निगम के अधिकारियों द्वारा इस कानून का पालन नहीं किया जा रहा है। बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल इस शोषण का विरोध करेगा। बैठक के उपरान्त जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
बैठक को सम्बोधित करते हुये केन्द्रीय अध्यक्ष कुँ सत्येन्द्र पाल सिंह ने कहा कि नगर निगम के अविवेक पूर्ण तरीके से पटरी दुकानदारों के उत्पीड़न के कारण अब पटरी व्यापारी झांसी से पलायन करने को मजबूर हो रहे है। आरोप लगाया कि नगर निगम द्वारा गैर कानूनी तरीके से पटरी व्यापारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कानून इस लिये लाया गया था कि पटरी व्यापारी भयमुक्त माहौल में काम कर सके, लेकिन इसके विपरीत पटरी व्यापारी दहशत के माहौल में काम कर रहा है। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शरद प्रताप सिंह व मजदूर क्रान्ति दल के अध्यक्ष लोकेन्द्र सिंह व यशपाल सिंह ने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि नगर निगम द्वारा पटरी दुकानदारों का शोषण किया जा रहा है। पटरी दुकानदारों को अपना व्यापार करने के लिये नगर निगम द्वारा स्थान देने की मांग की गई। बैठक में निर्णय लिया गया कि बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण व पटरी दुकानदारों के उत्पीड़न के विरोध में बुन्देलखण्ड क्रान्ति दल द्वारा आन्दोलन किया जायेगा। बैठक चन्द्रपाल तोमर, शारदा शर्मा ,देवेन्द्र अहिरवार, श्रीमती रजनी राजा ,राज सिंह शोखावत, विनोद कुमार ,मनोज यादव, श्रीमती शोभा कुशवाहा, कु. नीतू चैहान, कु. मेघा खरे, श्रीमती शशि प्रभा शिवहरे, श्रीमती प्रियंका चैहान, श्रीमती उन्नति यादव, आदि उपस्थित रहे।

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