देश में आए कोरोना के संकट के समय लोगों के सहयोग में उतरा अभाविप
अब तक करीब 6 हजार भूखों को भोजन करा चुका है संगठन
झांसी। नोवल कोरोना 19 से वर्तमान में सम्पूर्ण विश्व संघर्ष कर रहा है। इससे सबसे अधिक समस्या दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है। देश में आए संकट की इस घड़ी में विश्व का सबसे बड़ा संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लोगों की लगातार मदद कर रहा है। अब तक महानगर इकाई निरंतर गरीबों और वंचित करीब 6 हजार से अधिक लोगों को भोजन सामग्री एवं भोजन उपलब्ध करवा चुकी है। इसके लिए विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग टीम बनाकर काम किया जा रहा है।
कोरोना के कहर से जहां विश्व की महाशक्तियां भी त्राहिमाम करने में लगी हैं। वहीं भारत इससे टकराते हुए प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 21 दिन का लाॅकडाउन पालन कर कोरोना की कड़ी को तोड़ने का प्रयास कर रहा है। ऐसे में देश में आए कोरोना महामारी के संकट के समय विश्व का सबसे बड़ा छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद लाॅकडाउन के पहले दिन से ही लोगों के सहयोग में कार्य कर रहा है। महानगर मंत्री सौरभ बग्गम एवं ललित रैयकवार के नेतृत्व में नगरा हाट का मैदान और स्टेशन रोड पर लगभग 80 लोगों को भोजन वितरित किया गया। इसके साथ ही अभाविप प्रदेश कार्यकारणी सदस्य अन्शुमान दिवेदी, प्रान्त सोशल मीडिया प्रमुख अजय शंकर तिवारी एवं विक्रम परिहार द्वारा महिला की टोरिया क्षेत्र, मसिहगंज सीपरी एवं खंडेराव गेट के पास सौ से अधिक जरूरतमंदों के बीच भोजन वितरण किया गया। अभाविप की महानगर इकाई के कार्यकर्ता स्वयं पहले भोजन का निर्माण कर उसके बाद विभिन्न स्थानों में जाकर वितरण करते है। यह क्रम लॉकडाउन से निरंतर जारी है। अजय शंकर तिवारी ने कहा की छात्र संगठन का काम केवल राजीतिक जनमत तैयार करना या छात्र हितों को उठाना ही नहीं है अपितु देश में संकट के समय छात्र संगठन अपनी जिम्मेदारी समझाता है। राष्ट्र सेवा में जब तक आवश्यकता होगी संगठन पीछे नहीं हटेगा।
प्रतिदिन चारों टीमें करा रही 500 से अधिक लोगों को भोजन
विभाग संगठन मंत्री अजय यादव ने बताया कि महानगर को चार भागों में बांटा है। इसमें शहर क्षेत्र में पंकज शर्मा,सीपरी क्षेत्र में अंशुमान द्विवेदी,सदर क्षेत्र मंे वेद श्रीवास्तव व प्रेमनगर क्षेत्र में सौरभ बग्गम के नेतृत्व में लोगों को भोजन दिया जा रहा है। इन सभी टीमों का नेतृत्व प्रांत के सोशल मीडिया प्रमुख अजय तिवारी देख रहे हैं। किसी भी दिन ऐसा नहीं हुआ जब 400 से 600 पैकेट तक न बांटे गए हों। उन्होंने कहा इसके अलावा 200-250 लोगों राशन सामग्री भी बांटी गई है। उन्होंने कहा कि राष्टहित में विद्यार्थी परिषद अपने देशवासियों की हर संभव मदद करने के लिए तत्पर है।