तीन माह से लंबित विवेचनाओं में लापरवाही बरतने वाले दो उप निरीक्षक निलंबित
मऊरानीपुर सर्किल विवेचनाओं की पुलिस कप्तान ने की समीक्षा
झांसी। पंजीकृत अभियोगों की विवेचना लंम्बित होने के कारण पीड़ित को न्याय नहीं मिल पाता वही नामजद अपराधियों के विरूद्व कार्रवाईयां भी नहीं हो पाती। इसको देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी ने शुक्रवार को मऊरानीपुर तहसील परिसर में लंम्बित विवेचनाओं की समीक्षा की। साथ ही वादियों से वार्ता कर उन्हें भरोसा दिलाया कि हर हाल में उन्हें न्याय दिलवाया जाएगा। वही पुलिस कप्तान ने तीन माह से लंबित विवेचनाओं में लापरवाही बरतने वाले दो उप निरीक्षक तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
पुलिस कप्तान ने सर्किल मऊरानीपुर के क्षेत्राधिकारी अभिषेक कुमार राहुल, समस्त प्रभारी निरीक्षक, थानाध्यक्ष व पंजीकृत अभियोगों की विवेचना कर रहे समस्त विवेचकों के साथ मऊरानीपुर तहसील परिसर में विवेचनाओं की समीक्षा की। अभियोग के वादी गण से वार्ता की गई कि वे की जा रही विवेचनाओं से संतुष्ट हैं अथवा नहीं। इस दौरान तीन माह के अधिक समय से लंबित विवेचनाओ को लेकर उन्होने दो उपनिरीक्षिकों को तत्काल प्रभाव से निलबित कर दिया। उन्होंने बैठक में पुलिस अधिकारियों स्पष्ट निर्देश दिए कि थाना क्षेत्रों में जुआ, सट्टा और अवैध कच्ची शराब कि बिक्री किसी भी सूरत में बर्दास्त नहीं की जायेगी। उन्होंने थाना प्रभारियों से दर्ज अपराधों की जानकारी लेते हुए आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी पर जोर दिया। साथ ही पुलिस को फरयादियों के साथ बेहतर सामजस्य बनाते अच्छा व्यवहार करने की नसीहत दी। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए की वह अपराधियों के खिलाफ तमाम कार्रवाई सहित गैंगस्टर की कार्रवाई अमल में लाएं। बैठक में कोविड महामारी को लेकर अनेक दिशानिर्देश दिए गये ।उन्होने बताया की वेवजह लंबित विवेचनाओं से अपराधियों को लाभ मिलने की संभावनाओं को देखते हुए उन्होंने आगे भी इस तरीके की बैठके करने की बात कही।