तालाब बना राजनीति का अखाड़ा, पूर्व विधायक व वर्तमान विधायक आमने सामने
झांसी। मांेठ कस्बे में स्थित तालाब राजनीति का अखाड़ा बनता जा रहा है। एक ओर जहां बीते रोज गरौठा के विधायक जवाहर लाल राजपूत ने पूर्व विधायक पर कई तरह के आरोपों की झड़ी लगा दी। इससे राजनीति का माहौल गरमा गया है। वही सोमवार को पूर्व विधायक दीपनारायण सिहं यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए भाजपा विधायक पर कई आरोप लगाये।
उन्होंने कहा कि मोंठ कस्बे के तालाब का विधायक ने जो आरोप लगाए हैं। उससे मेरा कोई सरोकार नहीं है। जबकि विधायक एक एनजीओ द्वारा तालाब की मिट्टी को मशीन से खोदकर उसका विक्रय किया जा रहा है। वही उन्होंने मिटटी खरीदने वाले लोगों के नाम तथा ट्राॅली की कीमतें तक बता डाली। उन्होंने कहा कि तालाब एक व्यक्ति की निजी संपत्ति है जिस के संबंध में नगर पंचायत ने वर्ष 2004 को नोटिस दिया था। यदि तालाब नगर पंचायत मोंठ की संपत्ति है तो उसके सुंदरीकरण का कार्य उसको करना चाहिए न कि विधायक को मशीन द्वारा उसकी खुदाई में जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी। पूर्व विधायक ने कहा कि वर्तमान विधायक जवाहर लाल राजपूत यदि क्षेत्र में जनहितैषी विकास कार्य करेंगे तो वह उनके कार्यों का समर्थन करेंगे। लेकिन वह अवैध व जनविरोधी कार्यों का डटकर विरोध करते रहेंगे। उन्होंने घोषणा की कि तालाब के स्थान पर यदि जनहित में कोई कीड़ा स्थल, पार्क एवं स्वीमिंग पूल बनाये जाते है तो जितनी धनराशि विधायक निधि से दी जायेगी। उससे अधिक धनराशि समाजवादी पार्टी मुहैया करायेगी। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि वर्तमान विधायक तीन साल में कोई विकास कार्य नहीं करवा पाए हैं अपनी कमियों को छुपाने के लिए जबरन समाजवादी पार्टी पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने बताया कि भाजपा विधायक ने मेरे ऊपर भूमाफिया सहित कई आरोप लगाए है। उससे मेरी छवि धूमिल हुई है। इस दौरान पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राकेश पाल, वरिष्ठ नेता पप्पू सेठ, पूर्व जिलाध्यक्ष सुदेश पटेल व पूर्व प्रवक्ता शकील खान आदि उपस्थित रहे।