झांसी, ललितपुर व जालौन में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हुई बैठक
झांसी। बुंदेलखंड की पावरफुल मार्केटिंग की जाए। ऐतिहासिक धरोहर किसी अन्य धरोहर से कम नहीं है, बस जरूरत है उसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। बुंदेलखंड क्षेत्र का मध्य प्रदेश आज एक विश्व स्तरीय पर्यटक स्थल बन गया है। जरूरत है कि पर्यटन को रोजगार से जोड़ा जाए ताकि पर्यटक जब आए तो स्थानीय लोगों को रोजगार मिले। प्राइवेट सेक्टर आगे आए और स्मारकों को गोद लेते हुए उनको विकसित करें, ताकि झांसी में भी पर्यटकों को रोका जा सके। उक्त उद्गार सांसद झांसी-ललितपुर अनुराग शर्मा ने रविवार को विकास भवन सभागार में आयोजित झांसी सहित ललितपुर व जालौन में पर्यटन को बढ़ावा दिए जाने संबंधी बैठक की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
सांसद ने मल्टीप्लायर इंडस्ट्री के रूप में टूरिज्म को विकसित करने पर बल दिया और कहा कियहां के किले राजस्थान के किलो से कम नहीं है, परंतु हमने अपनी ब्राडिंग नहीं की, जिस कारण उनको पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप नहीं कर पाए। उन्होंने बैठक में आए सुझावों पर चर्चा करने का आश्वासन दिया और उन्होंने कहा कि पर्यटकों को रोकने का ब्लू प्रिंट तैयार किया जाए और सुझाव दिया कि संग्रहालय में मात्र फोटो व मूर्ति पर्याप्त नहीं है यदि वहां लोक नृत्य, लोक गीत के साथ बुंदेलखंड की अन्य विधाओं का प्रदर्शन किया जाए तो पर्यटकों को रोका जा सकता है। उन्होंने रानी दुर्ग में अस्थाई स्ट्रक्चर की व्यवस्था से भी पर्यटको को आकर्षित किया जा सकता है । जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने कहा कि हमारी मंशा है कि झांसी को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाया जाए जिसके लिए झांसी की ब्रांडिंग हो। ब्रांडिंग के बाद पर्यटक दो दिन झांसी में प्रवास करें। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक दृष्टि से यहां बहुत सारे स्मारक है जिनका संरक्षण करते हुए विकास किया जाए तो क्षेत्र के विकास के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेगे। विधायक सदर रवि शर्मा ने सबसे पहले अनछुआ बुंदेलखंड का विश्व स्तर पर प्रमोशन करने की आवश्यकता है। क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं जरूरत है जो कमियां हैं उन्हें दूर किया जाए। झांसी में पहुंज नदी के स्वरूप को वास्तविक रूप दिया जाए उसको स्वच्छ करने मात्र से पर्यटन बढ़ सकता है। उपाध्यक्ष बुंदेलखंड विकास बोर्ड राजा बुंदेला ने क्षेत्र में पर्यटन विकास के लिए सबसे पहले गाइड ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि यहां के फिल्म निर्देशक एएन अंसारी के नाम फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कराया जाए। मेजर ध्यानचंद के नाम से हॉकी टूर्नामेंट का आयोजन हो ताकि लोगो इन नामों से जुड़कर क्षेत्र में आए। राज्यमंत्री हरगोविंद कुशवाहा एवं विधायक गरौठा जवाहर लाल राजपूत ने एरच नगरी को पर्यटन से जोड़ते हुए विकास कराए जाने का सुझाव दिया। हरगोविंद कुशवाहा ने जनपद के टहरौली किला, टोड़ीफतेहपुर किला, बड़वार झील के विकास और संरक्षण करने का सुझाव दिया। अध्यक्ष बुंदेलखंड चेंबर हरि मोहन बंसल ने झांसी को पर्यटन मानचित्र पर लाने के लिए पीपीपी मॉडल शामिल करते हुए उद्यमियों का सहयोग लेने का सुझाव दिया। बैठक में राजीव शर्मा, संतोष शर्मा ललितपुर, व्यापारी नेता संतोष साहू, दीपक कश्यप, राजीव बब्बर, नवीन गुप्ता, सुनील काव्या, श्रीमती उमा पराशर, राहुल मिश्रा, वीरेंद्र राय, बासु जैन, अरविंद घोष सहित अन्य ग्रामीण जनों ने बहुमूल्य सुझाव दिए। उप निदेशक पर्यटन आरके रावत ने विभागीय योजनाओं की जानकारी दी व सभी का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, उपाध्यक्ष जेडीए सर्वेश कुमार दीक्षित, एडीएम राम अक्षयवर चैहान, एसडीएम संजीव कुमार मौर्य सहित विभिन्न विभाग के अधिकारी व गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।