झांसी में मिला पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज,प्रशासन सकते में

डीएम ने की अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील,गंज क्षेत्र के लोगों पर रखी जा रही नजर
झांसी। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद आखिरकार लाॅकडाउन के दूसरे चरण के 13वंे दिन बुन्देलखण्ड के झांसी में भी कोरोना पाॅजिटिव मरीज की पुष्टि हो गई। इसकी जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने कोतवाली थाना क्षेत्र के एक मरीज को कोरोना पाॅजिटिव बताया गया है। जिलाधिकारी ने लोगों से अतिरिक्त सावधानी बरतने की अपील की है। साथ ही ओरछा गेट,सैंयर गेट व सुभाष गंज क्षेत्र में खास ख्याल रखने को कहा है। कोरोना पाॅजिटिव की पुष्टि के बाद प्रशासन सकते में आ गया है वहीं जनपद मंे हड़कम्प मचा हुआ है।
पूरे देश में कोरोना के कहर से बचने के लिए 24 मार्च की रात से प्रधानमंत्री मोदी ने 21 दिन के लाॅकडाउन की घोषणा कर दी थी। उसके बाद से ही लगातार यह माना जा रहा था कि बुन्देलखण्ड का झांसी पूरी तरह से सुरक्षित है। 21 दिन गुजरने के बाद तो लोगों को जैसे यह तय ही हो गया था कि अब जनपद में ऐसी कोई परेशानी नहीं आ सकती। पिछले दो दिन से मण्डल के जनपद जालौन में चिकित्सक व उसकी पत्नी कोरोना पाॅजीटिव आने के बाद से लोगों के मन में शंका घर कर रही थी कि कहीं कुछ गड़बड़ न हो जाए। और सोमवार की सुबह जनपद के लोगों के लिए बुरी खबर लेकर आई। सुबह करीब 8 बजे जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि बीते रोज हुए कुल 114 कोरोना टेस्ट में से एक मरीज का सेंपल पाॅजिटिव आया है। उन्होंने बताया कि यह व्यक्ति कोतवाली थाना क्षेत्र के ओरछा गेट निवासी है। हालांकि मरीज को मेडिकल कॉलेज में कि आईसीयू में एडमिट कर दिया गया है। वहां उसकी हालत बेहतर है, बावजूद इसके मरीज से जुड़े सभी लोगों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
ओरछा गेट समेत आस पास के इलाके को किया सील
जानकारी होते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया और ओरछा गेट समेत आस पास के इलाके को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। इसके साथ ही डीएम आंद्रा वामसी ने सभी लोगों से अतिरिक्त एहतियात बरतने की अपील की है। डीएम ने कहा कि शहर, गोविंद चैराहा, तालपुरा आदि इलाकों में बीमारी संदिग्ध कोई व्यक्ति है तो उसकी तुरंत जांच कराई जाए, जिससे वक्त रहते उसका इलाज शुरू हो सके।
पिछले 19 दिन में लैब में हो चुके हैं सैकड़ों टेस्ट
गौरतलब है कि 8 अप्रैल को बुन्देलखण्ड की हृदयस्थली झांसी में कोविड-19 के नमूने जांच के लिए लैब को स्थापित किया गया था। पहले दिन कोरोना मरीजों की सेवा में लगे सभी 13 स्वास्थ कर्मियों का टेस्ट किया गया था। जोकि सभी नेगेटिव आए थे। उसके बाद से प्रतिदिन करीब 100 ज्यादा टेस्ट बुन्देलखण्ड के सभी सातों जनपदों व सीमावर्ती मप्र के जनपदों के लोगों का टेस्ट कराया जा रहा था। अब तक सैकड़ों टेस्ट के बाद यह पहला कोरोना पाॅजिटिव टेस्ट आया है।

क्षेत्र के 300 परिवारों की जांच कर रही हैं स्वास्थ्य विभाग की 12 टीमें
जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि ओरछा गेट निवासी 59 वर्षीय महिला को दिनांक 25 अप्रैल 2020 को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उनके लक्षण को देखते हुए उनका सैंपल लिया और टेस्ट कराया। टेस्ट में पॉजिटिव परिणाम पाया गया। घर में उनके पति, उनकी बेटी व दामाद तथा बेटा है जिन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है। जिस मोहल्ले में महिला रहती हैं वहां करीब 300 घर हैं। सभी को चिन्हित कर लिया गया और घरों में किन-किन लोगों से इनकी मुलाकात है साथ ही यह किन-किन लोगों से मिली है। इसको ट्रेस करने के लिए 12 मेडिकल टीम घर घर जाकर सैंपल ले रही हंै। सभी के संैपल की टेस्टिंग करना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया मोहल्ला बहुत भीड़ भाड़ वाला है। इस स्थिति को देखते हुए क्षेत्र में आने जाने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा दिया गया है। जिलाधिकारी के साथ एसएसपी डी प्रदीप कुमार, मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, सीएमओ डा गजेंद्र कुमार निगम, एसपी सिटी राहुल श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट सलिल पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

2 माह से नहीं है महिला की कोई ट्रैवल हिस्ट्री
उन्होंने बताया कि उक्त महिला से लगभग 2 माह पूर्व राजस्थान के किसी व्यक्ति ने उनसे मुलाकात की थी। इसके अतिरिक्त उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। उक्त महिला न तो कभी विदेश यात्रा पर गई है और न ही किसी विदेशी अथवा विदेश से आए हुए किसी व्यक्ति से संपर्क में रही हैं।

इन मोहल्लों को किया गया सील
जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि एहतिहात के तौर पर कोतवाली थाना क्षेत्र के महिला के मोहल्ले से जुड़े सुभाष गंज, काली माई, खुशीपुरा, कपूर टेकरी, सैयर गेट,ओरछा गेट आदि इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। ये तब तक पूरी तरह से सील रहेंगे जब तक मेडिकल टीम द्वारा एक एक की जांच नहीं कर ली जाती।

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