जिम्मेदार ही कर रहे सरकारी आदेशो को अनदेखा
खुलेआम अपने आवास पर कर रहे इलाज के नाम पर मरीजो से लूट
मऊरानीपुर। एक ओर सरकार ने कोरोना से जंग लड़ने के लिए अपनी कमर कसी हुई है। वही मऊरानीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा अधीक्षक ने पैसे लूटने के लिए भी अपनी कमर कस ली है। जिसके चलते साहब अपने आवास पर प्राइवेट में इलाज के नाम पर मरीजो से मोटी रकम बसूल रहे है। लेकिन इस दौरान साहब सरकार के एक आदेश का बड़ी ही ईमानदारी के साथ पालन कर रहे है। वो है शोशल डिस्टेंस।
आपको बता दे कि प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में ही आदेश जारी किया गया था। कि कोई भी सरकारी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस नही करेगा। साथ ही ऐसा करने वाले चिकित्सको पर कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। जिसकी कार्यवाही करने की जिम्मेदारी चिकित्सा अधीक्षक को या जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी सौपी गयी है। लेकिन जब कार्यवाही करने वाले ही चिकित्सा अधिकारी आदेशो को अनदेखा कर मरीजो से इलाज के नाम पर अपनी जेब भर रहे है। और अन्य चिकित्सक क्या नही करते होंगे। इसका जीता जागता उदाहरण मऊरानीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात चिकित्सा अधीक्षक डॉ आर जी शंखवार के आवास पर देखने को मिला। जो स्वास्थ्य केंद्र के परिषर में बना है। बता दे कि अधीक्षक महोदय हड्डी रोग विशेषज्ञ है। जिनसे इलाज कराने के लिए उनके आवास पर दूर दराज के लोग आते है। जहां उनका इलाज कर उनसे 1000 रुपये से भी अधिक पैसे बसूले जाते है। इतना ही नही महोदय का पास में ही खुली मेडिकल स्टोर पर कमीशन भी तय है। जहां से दवा लेने के लिए मरीजो पर दवाब बनाया जाता है। अब सोचने वाली बात यह है।कि जब जिम्मेदार ही लापरवाह व पैसे कमाने में लगे हो तो आम जनता व मरीजो की समस्या का कौन निराकरण करेगा। अब देखने वाली बात यह होगी कि झांसी जिले के जिलाधिकारी ऐसे भ्रष्ट चिकित्सा अधीक्षक पर क्या कार्यवाही करते है।