जमीनी विवाद में कलयुगी भाई ने भाई को उतारा मौत के घाट
एसपी ग्रामीण बोले,जल्द सलाखों के पीछे होगंे हत्यारोपित
झांसी। लाॅकडाउन के चलते हाल ही में रामायण सीरियल देख लोगो को ऐसा लग रहा था कि रामायण से शिक्षा लेकर आमजन उसे अपने जीवन में उतारने का प्रयास करेगा। रामायण में भगवान श्रीराम के वन जाने के बाद भी उनके भाई महात्मा भरत ने अयोध्या के राज्य को तुच्छ समझते हुए उसे त्याग कर दिया था। साथ ही भगवान श्रीराम की खड़ाऊ रखकर पूजा की। लेकिन मऊरानीपुर क्षेत्र में जमीनी विवाद के चलते एक कलयुगी भाई ने सारी मर्यादाएं तार तार करते हुए अपने ही भाई की जान ले ली।
ग्राम कदौरा निवासी 46 वर्षीय ओमप्रकाश कुशवाहा का अपने परिवार के लोगों से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। बीती रात ओमप्रकाश गांव में बने मंदिर से अपने घर आ रहा था। इसी दौरान रास्ते में उसे उसके बड़े भाई व उसके भतीजे द्वारा रोका गया। किसी बात को लेकर दोनों में कहा सुनी हो गई। इसी बीच उसके बड़े भाई और भाई के लड़के ने लाठी-डंडों व कुल्हाड़ी से ओमप्रकाश पर हमला बोल दिया। हमले में ओमप्रकाश मरणासन्न होकर जमीन पर गिर पड़ा। शोरगुल सुनकर ओमप्रकाश के परिजन एकत्र हो गए। परिजनों को आता देख ओरोपित पिता-पुत्र वहां से भाग निकले। वहीं जमीन पर लहूलुहान अवस्था में पड़े ओमप्रकाश को परिजन मऊरानीपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य में लाए। वहां पर सोमवार को उपचार के दौरान ओमप्रकाश ने दम तोड़ दिया। मृतक के पुत्र भरत कुशवाहा ने बताया कि उसके पिता का विवाद परिवार के ही चाचा के साथ जमीनी बंटवारे को लेकर काफी समय से चल रहा था। जिसके चलते उन पर हमला करते हुए उनकी हत्या कर दी गई।
बोले एसपी ग्रामीण,अधेड़ की उपचार के दौरान हुई मौत
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण राहुल मिठास ने बताया कि युवक के साथ पहले मारपीट की गई तथा युवक की उपचार के दौरान मौत होने की घटना में परिजनों की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज किया जा रहा है। साथ ही आरोपितों को जल्द ही दबोचकर सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।