छात्र हित में विविध मांगों को लेकर अभाविप ने कुलपति को दिया ज्ञापन
झांसी। विश्व के सबसे बड़े छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से छात्र हित को ध्यान में रखते हुए शुल्क वृद्धि समाप्त करने, ऑनलाइन परीक्षा न करने प्रवेश एवं परीक्षा फार्म की तिथि बढ़ाने की मांग की गई।
छात्र हित के मुद्दों को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के प्रतिनिधि मंडल ने परिषद् के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य एवं विभाग संगठन मंत्री अजय यादव के नेतृत्व में कुलपति को ज्ञापन दिया। इसमें प्रमुख रूप से पाठ्यक्रमों के शुल्क में की गई 30 से 90 प्रतिशत की वृद्धि को तुरंत वापस लिये जाने एवं कोरोना संक्रमण के समाप्त न होने तक परीक्षा कार्यक्रम जारी न किया जाने की मांग की गई। इसके साथ ही सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट नेटवर्क समस्या को ध्यान रखते हुए ऑनलाइन परीक्षा न कराई जाये, आतंरिक मूल्याकन में अंकों की कटौती न करने, सत्र 2020-21 में प्रवेश की तिथि को बढाए जाने, कुछ छात्र रेड जॉन में होने के कारण सेमेस्टर फार्म नहीं भर पायें है। उनको राहत देते हुए उसकी तिधि को भी बढ़ाने आदि मांगों पर ध्यान आकर्षित कराया गया है। कुलपति ने मांगों के सम्बन्ध में कहा कि पाठ्यक्रम वृद्धि को लेकर जल्दी ही एक बैठक छात्रों की हितों को सर्वोपरि रखते हुए विश्वविद्यालय के अधिकारियों एवं विभागाध्यक्षों के साथ की जाएगी। इसके साथ जिन छात्रों की छात्रवृत्ति या फीस प्रतिपूर्ति शासन से नहीं आई है उसके लिए भी विश्वविद्यालय एक फण्ड बनाकर उसका समाधान करने का प्रयास करेगा। उन्होंने आश्वासन दिया हैं कि विश्वविद्यालय ऑनलाइन परीक्षा के बारे में कोई विचार नहीं कर रहा है। कोरोना संकट को देखते हुए विश्व विद्यालय में प्रवेश फार्म भरने की तिथि भी आगे बढ़ाई जाएगी। इसके साथ ही परिषद ने ज्ञापन के माध्यम से चेतावनी दी कि अगर छात्रों की मांगों को नहीं माना गया तो सोशल डिस्टेन्सिंग का ध्यान में रखते हुए छात्र सड़क पर उतर कर उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे। इसकी जिम्मेदारी विश्वविद्यालय प्रशासन होगी। इस दौरान विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष अखिल उत्तम पटेल, उपाध्यक्ष हिमांशु पाल, विशाल राजपूत, अमृत राज पटेल व हिमांशु राय उपस्थित रहे।