गैर संचारी रोगों में जालौन प्रथम, झांसी दूसरे और ललितपुर तीसरे स्थान पर
झांसी। गैर संचारी रोगों के नियंत्रण लिए चलाये गए अभियान का २९ फरवरी को समापन हो गया। यह अभियान 16 जनवरी से 29 फरवरी तक चलाया गया था। अभियान में झांसी और जालौन जनपद में लगभग 1 लाख से अधिक लोगों को लाभ मिला। वही ललितपुर 39 हजार से अधिक लोगों की स्क्रीनिंग की गयी। अभियान में जालौन जिला को प्रथम, झांसी को दूसरा और ललितपुर जनपद को तीसरा स्थान मिला है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. जीके निगम ने दी।
उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में अभियान के दौरान 326 उपकेंद्र और 12 नगरीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर अभियान का आयोजन किया गया था। आरोग्य मेला के दौरान भी रोगियों की पहचान की गई। आशा द्वारा घर घर जा कर सी बैक फॉर्म (सामूदायिक आधारित मूल्यांकन प्रपत्र) भरा गया। यह फॉर्म 30 वर्ष पूरे कर चुके व्यक्तियों के लिए था। आशाओं द्वारा 30 वर्ष से अधिक व्यक्तियों को उत्साहित किया जाता था, ताकि वह अपनी जांच नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में करा सके। अभियान के दौरान हाइपरटेंशन, डायबिटीज, मुख कैंसर और स्तन कैंसर की जांच की गई। अपर निदेशक डा. एसबी मिश्रा ने कहा कि यह बहुत गौरव की बात है कि मण्डल के तीनों जिलों ने शीर्ष तीन स्थानों में जगह बनाई है। जिला समुदाय प्रक्रिया प्रबन्धक (डीसीपीएम) प्रशांत ने बताया कि जनपद में 46 हजार से अधिक लोगों की जांच कर उनकी जानकारी पोर्टल पर अंकित करनी थी, लक्ष्य के सापेक्ष एक लाख से अधिक लगभग 255 प्रतिशत लोगों की जांच कर उनकी जानकारी पोर्टल पर अंकित की गई। उन्होंने बताया कि इनमें से 74 हजार से अधिक ऐसे लोग थे, जिनका पहली बार परीक्षण किया जा रहा था। यह सभी अभी संदिग्ध मरीज हैं बीमारी होने का पता डॉक्टर से पूर्ण परीक्षण कराने पर ही मालूम होगा। जालौन के डीसीपीएम डा. धर्मेंद्र ने बताया कि जनपद को 24 हजार से अधिक लोगों की जांच कर जानकारी पोर्टल पर दर्ज करनी थी, लेकिन उन लोगों ने एक लाख से अधिक लोगों की जांच कर लगभग 539 प्रतिशत की बढ़त हासिल की। ललितपुर के डीसीपीएम गणेश ने बताया कि जनपद को 20 हजार से अधिक लोगों की जांच करनी थी जिसके सापेक्ष 39 हजार से अधिक लोगों की जांच कर जनपद को प्रदेश में तीसरा स्थान मिला है।
क्या है गैर संचारी रोग
यह वह रोग होते हैं जो एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलते नहीं हैं। यह बीमारियां संक्रामक नहीं होती हैं। जिस प्रकार सर्दी जुखाम के मरीज के संपर्क में आकर दूसरा व्यक्ति प्रभावित हो जाता है उसी तरह डायबिटीज मरीज के संपर्क में आने से यह रोग दूसरे को प्रभावित नहीं करेगा।