खाद्य सामग्री व सब्जी के लिए वार्डों में जाएंगे ट्रक: जिलाधिकारी

पूर्ण लाॅक डाउन के लिए सख्त होगा प्रशासन,कहा जान से बढ़कर कुछ भी नहीं
झांसी। कोरोना के कहर से बचने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा भारत को 21 दिन तक लाॅक डाउन करने की घोषणा के बाद लोगों के बीच ऊहापोह की स्थिति बनी हुई है। बीती शाम से ही लोग राशन और सब्जी को जोड़कर रखने की जुगत में लगे हैं। इस स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन ने भी कमर कस ली है। जिलाधिकारी ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि खाद्य सामग्री और सब्जी समेत रोजमर्रा की वस्तुओं की कमी जनपद में कदापि नहीं आने दी जाएगी। इसके लिए उन्होंने रणनीति तैयार करते हुए महानगर के प्रत्येक वार्ड मंे ट्रक भेजकर नियत समय में आपूर्ति सुनिश्चत कराने की बात की। उन्होंने इसके साथ ही सख्ती बरतने की बात करते हुए अपने जीवन को स्वयं सुरक्षित रखने की अपील की।
विकास भवन सभागार में पत्रकारों को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि लाॅक डाउन की प्रक्रिया के बाद लोगों में जो भ्रांतियां हुई हैं कि खाद्य सामग्री और सब्जी आदि की व्यवस्था गड़बड़ाएगी। उसे दूर कर लें। उन्होंने कहा कि लाॅक डाउन की स्थिति देहात क्षेत्र में बेहतर है। बड़ागांव,चिरगांव,गरौठा,गुरसरांय आदि में इसके परिणाम बेहतर मिले हैं। कोई भी बाहर नहीं निकल रहा है। लेकिन महानगर और बबीना में उस तरह की स्थिति नहीं है। सुबह सब्जी मण्डी में तमाम भीड़ एकत्र होकर पहुंची थी। उसको कंट्रोल करना मुश्किल हो गया था। ऐसा नहीं करना है। हर हाल में प्रत्येक नागरिक के पास सब्जी और दूध पहुंचे इसकी व्यस्था की जाएगी। इसके लिए सभी 60 वार्ड व अन्य मोहल्लों में सब्जी और दूध को ट्रक से भिजवाकर वहां ठेलों में वितरित कराया जाना सुनिश्चत करेंगे। एक वार्ड या मोहल्ले में 10 ठेलों को रखा जाएगा। जो प्रत्येक घर तक दोना वस्तुएं पहुंचाएंगे। साथ ही किराना की दुकानों के खोलने का समय निश्चत किया जाएगा। यह भी तय किया जाएगा कि किसी भी हालत में भीड़ न जुटे और प्रत्येक ग्राहक के बीच कम से कम तीन फिट की दूरी बनी रहे। उन्होंने एक बार फिर अपील की कि यह सब आपकी सुरक्षा को देखते हुए करना पड़ रहा है। इसे पूरी तरह से सफल बनाने के लिए आपके सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि जो इण्डस्ट्रीज यहां संचालित हो रही हैं,उनको ज्यादा दिनों तक नहीं रोका जा सकता है। लेकिन उन्हें चलाने के लिए यह ध्यान रखा जाए कि कम से कम कर्मचारी उसमें आएं साथ ही सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी निभाई जाए। उन्होंने कहा कि जो भी स्वयंसेवी संस्थाएं आर्थिक मदद कर रहीं हैं। उनसे आग्रह है कि वे रेडक्राॅस कोविड-19 के खाते में सहयोग कर सकते हैं।
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एक क्षेत्र विशेष में ही कर सकेंगी संस्थाएं भोजन वितरण,लेना होगा गोद
उन्होंने बताया कि जो भी स्वयंसेवी संस्थाएं गरीबांे को खाना वितरित करना चाहते हैं। वे किसी एक बस्ती को गोद लेकर उन्हें भोजन पैकेट पहुंचाने का कार्य करें। इसके लिए उनके वाहन,चालक और सहयोगी के पास बनाकर दिए जाएंगे। इसके अलावा अन्य कहीं भी वे भोजन वितरण नहीं कर सकेंगे।

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