खाद्य वैज्ञानिक करोना महामारी को अवसरों में बदलें: डॉ विवेक कुमार
बी.यू. के खाद्य तकनीकी अभियान्त्रिकी विभाग में हुआ वेबिनार
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान के खाद्य तकनीकी अभियांत्रिकी विभाग में गुरूवार को कोरोना महामारी के कारण खाद्य उद्योगों पर हुए असर को कम करने के लिये नव तरीकों पर आधारित वेबिनार का आयोजन किया गया। जिसके मुख्य वक्ता एच.बी.टी.आई. कानपुर डॉ. विवेक कुमार एवं नोर्मेस डेकोडीस प्राइवेट लिमिटेड, दिल्ली के प्रबंध निदेशक आशीष गौर रहे।.
तकनीकी सत्र की शुरुआत में प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता एच.बी.टी.आई. कानपुर डॉ. विवेक कुमार ने खाद्य तकनीकी के छात्रों का आव्हान किया कि वे इस महामारी को नए अवसरों से बदल सकता है। उन्होंने अपने व्याख्यान में बताया कि शोधार्थी बायोएक्टिव खाद्य पदार्थों जैसे विटामिन सी, डी, पोलिफेनोल जैसे प्रोबायोटिक से परिपूर्ण खाद्य पदार्थों का निर्माण कर सकते है। क्योंकि ये हमारे शरीर में कोविड वाइरस के विरुद्ध लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करते है। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल भारत, चीन, मिश्र, अमेरिका, यूरोपीय देशों ऐसे शोध प्रगति में भी है। डा. कुमार ने कहा कि वर्तमान में मजदूरों के पलायन के कारण एफ.एम.सी.जी. उद्योगों में उत्पादन क्षमता पर काफी असर हुआ है। उन्होंने बताया कि खाद्य तकनीकी के क्षेत्र में युवाओं के लिए अधिक अवसर उपलब्ध है। पोल क्वेश्चन में प्रतिभागियों ने अपना मत देते हुए जाहिर किया कि खाद्य क्षेत्र में बाकी क्षेत्रों से ज्यादा आत्मनिर्भर होने के अवसर है।
नोर्मेस डेकोडीस प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली के प्रबंध निदेशक आशीष गौर ने खाद्य उद्योगों द्वारा अपनायी जा रही सुरक्षा तकनीकियों के बारे में विस्तार से प्रकाश डाला तथा बताया कि कर्मचारियों की सुरक्षा से लेकर खाद्य पदार्थ के उत्पादन तथा पैकेजिंग तक बहुत प्रकार के सैनिटरी सावधानियां रही जा रही है। वेबिनार की संयोजक इंजी अंजली श्रीवास्तव ने वेबिनर के उद्देश्यों को स्पष्ट करते हुए बताया कि आज के इस वेबिनार का मुख्य मुद्दा हमारी सबसे बड़ी जरूरत जोकि खाद्य पदार्थों की सुरक्षा और संरक्षता पर आधारित है। सोशल डिस्टेसिंग को जहन में रखते हुए ऐसे आयोजनों से सीखने और सिखाने की जो परंपरा है वो बरकरार रहेगी। आज कल चल रही कोरोना महामारी के कारण खाद्य पदार्थों का क्षेत्र सर्वाधिक प्रभावित हुआ है। इस महत्वपूर्ण विषय पर वेबिनार आयोजन के लिए टेक्विप-3 के समन्वयक इंजी.ब्रजेंद्र शुक्ला ने आयोजकों को बधाई दी तथा आशा जताई कि सभी प्रतिभागी इस वेबिनार से लाभन्वित होंगे। संस्थान के निदेशक प्रो. एसके कटियार ने बताया कि खाद्य पदार्थों के क्षेत्र में वर्तमान में चल रही चुनौतियों को हम नए अवसरों में परिवर्तित कर सकते हैं और इसका लाभ ले सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में फूड टेक्नॉलाजी विभाग की समन्वयक डा. शुभांगी निगम ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए बताया कि वेबिनार में कुल 530 प्रतिभागियों ने भाग लिया।