कोरोना से दो-दो हाथ करने के लिए बुन्देलखण्ड की जनता प्रधानमंत्री के साथ

जनता कफ्र्यू मंे दिखा केयर फाॅर यू का असर,पूरी तरह वीरान रही सड़कें
झांसी। विश्व के अधिकांश देशों को अपनी दहशत की चपेट में ले चुके कोरोना वाॅयरस से दो-दो हाथ करने करने के लिए पूरी जनता रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी के साथ खड़ी दिखी। जनपद में अपनी सुरक्षा करते हुए लोग घरों से बाहर नहीं निकले। कफ्र्यू के स्थान पर केयर फाॅर यू लोगों को ज्यादा समझ आया और इस सफल प्रयोग में कोरोना का असर निश्चत रुप से कमजोर पड़ता दिखाई दिया। एक बार फिर कोरोना को हराने की प्रधानमंत्री की अपील पर लोग जागरुक दिखे।
महामारी के रुप मंे चीन के वुहान शहर से फैले कोरोना वाॅयरस ने विश्व के 150 से अधिक देशों को अपने आगोश में ले लिया है। अब चीन भी इस वाॅयरस के खौफ से घबरा रहा है। इटली जैसे देशों में जहां दुनिया के शैलानियों की एक बड़ी भीड़ बनी रहती थी,वहां अब मौत के मातम के सिवाय कुछ भी शेष नहीं है। स्वयं इटली के लोग घरों में कैद हैं और केवल तभी बाहर निकलते हैं जब घर का राशन समाप्त होता है। इस भयावहता को देखते हुए इससे निपटने के लिए पूरे विश्व के वैज्ञानिकों ने अपनी पूरी ताकत झौंक दी है। फिर भी अभी तक इसका उपचार नहीं बना पाए हैं। क्योंकि यह किसी पीड़ित के स्पर्श से आती है इसीलिए इस महामारी को छूत की बीमारी से भी पुकारा जाता है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी के द्वारा जनता कर्फ्यू के प्रयोग को लोग सराह रहे हैं। वैज्ञानिक भी मान रहे हैं कि इससे वायरस की चेन को तोड़ने में सफलता मिलेगी। उससे भी अच्छी बात यह है कि देशवासी प्रधानमंत्री की बात को समझ रहे हैं। रविवार की सुबह से ही यह देखने को मिला। पूरे जनपद में इसका असर शत प्रतिशत रहा। जहां बुन्देलखण्ड की हृदय स्थली कही जाने वाली वीरांगना लक्ष्मीबाई की नगरी ने सुबह से ही इसका जोरदार समर्थन किया। शहर से लेकर सदर,सीपरी और प्रेमनगर क्षेत्र के बाजार बंद रहे। एक भी दुकान नहीं खुली तो कुछ यही हाल ललितपुर के बाजार का रहा। अधिवक्ता राजेश दुबे ने बताया कि वरनी चैराहा,तुवन चैराहा,सावरकर चैराहा आदि पर पूरे दिन सन्नाटा छाया रहा। जनपद जालौन से संवाददाता अनिल शर्मा ने बताया कि मच्छर चैराहे से लेकर एक भी गली ऐसी नहीं थी जहां सन्नाटा न पसरा रहा हो। लोगों ने अपने परिवार के साथ आज का दिन पूरे आनन्द के साथ मनाया। आल्हा और ऊदल के शौर्य और बहादुरी के लिए जाना जाने वाला महोबा भी इससे अछूता नहीं रहा। वहां आल्हा चैक से लेकर पूरे महोबा में लोगों ने कोरोना को हराने के संकल्प को दृणता से पालन किया। सभी प्रधानमंत्री के आह्वान का स्वागत करते हुए अपने घर पर ही रहे। वहीं हमीरपुर संवाददाता के अनुसार पूरे जनपद में अभूतपूर्व बंद रहा। सार्वजनिक स्थानों से लेकर बस स्टैंड आदि सभी बंद नजर आए। इक्का दुक्का पेट्रोल पंप ही खुले रखे थे। जिन पर अत्यधिक आवश्यकता होने पर पेट्रोल मिल रहा था। बांदा जनपद का हाल थोड़ा हटकर रहा। संवाददाता अनिल सिंह ने बताया कि सुबह से यहां लोग चाय की दुकानों पर चाय पीने दिखाई दिए थे। लेकिन जैसे ही दिन चढ़ता गया और लोग अपने घरों में जा घुसे फिर उन्हें बाहर सड़क पर कोई दिखाई नहीं दिया। पुलिस भी सुबह न के बराबर दिखाई दे रही थी। तो मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की कर्मभूमि कहा जाने वाला चित्रकूट भी देश के प्रधानमंत्री की अपील का स्वागत करता दिखाई दिया। लोगों ने अपने आप को घर मंें रखा। बेड़ी पुलिया,रामघाट समेत अधिकांश मार्गों पर यदा-कदा ही वाहन गुजरते नजर आए।
स्वास्थ और सफाई विभाग की टीमें रहीं सक्रिय
जनता कफ्र्यू के दौरान सभी जनपदों में स्वास्थ और सफाई विभाग की टीमें पूरी तरह से सक्रिय नजर आई। कहीं सफाई कर्मचारी कचरे को ठिकाने लगाते मिले तो कहीं फांगिंग मशीन फाॅगिंग करती मिली। वहीं स्वास्थ विभाग के लोग भी सक्रिय मिले।
पुलिस व प्रशासन ने निभाया अहम रोल
पुलिस व प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद रहा। चारों ओर पुलिस की गाड़ियां पेट्रोलिंग करती घूमती रहीं। वहीं अधिकारी भी मौके का जायजा लेते मिले। सभी जिलाधिकारियों के अलावा दोनों मंण्डल के मण्डलायुक्त भी सक्रिय नजर आए। जरुरत पड़ने पर लोगों को समझाते हुए उनसे घर में ही रहकर कोरोना से लड़ने की अपील करते नजर आए।
जनप्रतिनिधियों ने की जनता कफ्र्यू के समर्थन की अपील
वहीं सभी जनप्रतिनिधियों ने जनता से इस जनता कफ्र्यू को सफल बनाने की अपील करते हुए अपने घरों में रहने को कहा। लोगों ने इस अपील का पूर्ण समर्थन करते हुए कोरोना को हराने के संकल्प को दृणता से निभाया। सभी ने अपने आॅडियो और वीडयो जारी कर लोगों को इसका संदेश दिया।
झांसी में फंसे सैकड़ों यात्रियों को पहुंचाया गंतव्य पर
झांसी रेलवे स्टेशन पर रविवार को पंजाब और मुंबई से आए सैकड़ों यात्री फंस गए थे। रोडवेज की बस सेवा,प्राईवेट बस सेवा बंद होने और रेलवे की सभी पैंसेजर गाड़िया रद्द होने के चलते सभी का बुरा हाल था। किसी को कानपुर जाना था। तो कोई कोरोना के भय से सोनीपत से लौटकर अपने गांव टीकमगढ़ जाना चाहता था। वहीं चित्रकूट,बांदा व बलिया जाने वालों की भी बड़ी भीड़ थी। जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने रीजनल मैनेजर परिवहन विभाग से बात कर सभी को आपातकालीन स्थिति में बसों की व्यवस्था कराकर उन्हें अपने गंतव्य तक भिजवाने का कार्य किया। इस दौरान जीआरपी व आरपीएफ की टीम ने स्थिति को पूरी सहनशीलता के साथ संभाले रखा।
शाम के पांच बजते ही शंख और घंटियों के बनजे से गूंज उठा नगर
जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपील कर रखी थी कि ऐसी विषम परस्थिति में स्वास्थ व सफाई विभाग के जो लोग जान हथेली पर रखकर हमारे लिए काम कर रहे हैं,उनके लिए आपके द्वारा उत्साह वर्धन होना है। इस आह्वान पर शाम के पांच बजते ही पूरा नगर शंख,थाली,घंटी,झालर व तालियों की ध्वनि से गूंज उठा। चहुं ओर मनोरम दृश्य था। लोग अपनी छतों पर खड़े होकर शंख व घंटियां बजा रहे थे। यह देख ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे पूरा नगर ही देवालय बन गया हो। जिन पाॅश इलाकों में मतदान के लिए कई बार कहने के बाद भी शर्म और आलस दिखाते हुए लोग निकलते नहीं हैं। उन्हीं इलाकों के समृद्ध लोग अपने स्वास्थ की रक्षा के लिए आगे आकर घंटियां बजाते हुए क्षेत्र मंे काम करने वालांे का उत्साह वर्धन कर रहे थे।

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