कोरोना से जंग जीतने के लिए बीयू भी आगे आया
झांसी। देश को कोरोना वायरस जैसी माहवारी को बचाने के लिए हर कोई आगे आ रहा रहा है। इसीक्रम बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति समेत सभी शिक्षक, अधिकारी और कर्मचारी अपने मार्च माह के वेतन से एक दिन का वेतन कोराना के संक्रमण से लड़ने के लिए प्रधानमंत्री केयर फंड में देंगे। जिसका उपयोग कोरोना से लड़ने में किया जा सकेगा।
कुलपति प्रो. जेवी वैशंपायन की पहल पर बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय शिक्षक संघ बूटा, विश्वविद्यलय के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने स्वेच्छा से देश पर आईं इस आपदा की घड़ी में एक दिन का वेतन देने की सहमति दी और आवश्यकता पड़ने पर आगे भी इस प्रकार की सहायता देने के लिए तत्पर रहने की बात कही है। बूटा के अध्यक्ष प्रो.आरके सैनी तथा महामंत्री डा. डीके भट्ट ने इस पहल का स्वागत किया और शिक्षकों द्वारा राष्ट्र रक्षा के इस पावन कार्य के लिए हरसंभव सहयोग करने के लिए तत्पर होने की बात कही है। कुलपति प्रो जेवी वैशंपायन ने विश्वविद्यालय से जुड़े शिक्षकों, अधिकारियों, कर्मचारियों तथा अभिभावकों और आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि देश और दुनिया आज जिस तरह कोरोना वायरस के संकट से त्रस्त है, इसमें प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया 21 दिन का लॉकडाउन का आह्वान देशवासियों को कोराना के संक्रमण से बचाने में सहायक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने सभी से अपील की कि वे सब मिलकर देश से कोरोना वायरस को खत्म करने में अपनी अहम भूमिका निभाएं। उन्होने कहा कि किसी को अगर खांसी, बुखार और जुखाम के लक्षण हों तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें या हेल्पलाइन 1075 पर सहायता के लिए फोन करें। उन्होंने विद्यार्थियों को सलाह दी कि वे इस समय का सदुपयोग ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई करने में करें तथा कोई शंका होने पर संबंधित शिक्षक से सोशल मीडिया के जरिए समाधान प्राप्त करें। प्रो वैशंपायन ने शिक्षकों का भी आह्वान किया कि वे अपने विद्यार्थियों को ऑनलाइन माध्यम से एसाइनमेंट देते हुए उनकी पढ़ाई की प्रगति पर सतत नजर रखें और उनके पाठ्यक्रम से संबंधित शंकाओं का ऑनलाइन समाधान करें।