कोरोना का रोना: 108 औषधियों का हवन कर विषाणु रहित किया वातावरण
झांसी। एक ओर जहां पूरा विश्व चीन के बुहान शहर से फैले कोरोना वाॅयरस का उपचार ढूढ़ने में लगा हुआ है। ऐसे में औषधियों के देश भारत में जगह-जगह मानव कल्याण के लिए यज्ञों के आयोजन किए जा रहे हैं। विश्व कल्याण की भावना के साथ झांसी के सिद्धेश्वर पीठ पर भी ऐसे ही एक यज्ञ का आयोजन किया गया। यज्ञ में 108 औषधियों का हवन गाय के शुद्ध घी के साथ किया गया। आचार्य हरिओम पाठक ने मंत्र उच्चारण करते हुए 108 औषधियों को गाय के देसी घी के साथ हवन कुंड में प्रवाहित किया, इस दौरान सभी लोगों ने कोरोना वाॅयरस के समाप्त होने की परमात्मा से प्रार्थना भी की।
की प्रार्थना की, आचार्य पाठक ने बताया कि हमारे पूर्वज महर्षि यज्ञ और हवन से वातावरण शुद्ध करते रहते थे। उन्होंने बताया कि गाय के घी के हवन करने से आॅक्सीजन शुद्ध हो जाता है। इसीलिए हमने 108 विभिन्न औषधियों को मिलाकर हवन सामग्री तैयार की है। और उससे हवन किया जा रहा है। इससे वातावरण में मौजूद वाॅयरस मर जाएंगे। बेहतर वातावरण होने से आमजन को राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद दुनिया का सबसे बड़ा चिकित्सा शास्त्र है। इसमें आचार्य चरक ने भी धूपन विधि का प्रयोग कर वातावरण को वाॅयरस रहित बनाने की बात बताई है। यह हवन विश्व कल्याण के लिए शुरू किया गया है। यह यज्ञ नियमित रूप से झांसी के अलग-अलग मंदिरों में किया जाएगा। आम जनता से भी अपील की गई एक साथ भीड़ में ना रहे। हाथ बार बार धोएं। यदि कोई परेशानी आती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।