किसान ने बर्बाद हुई फसल का मांगा मुआबजा
झांसी। बुन्देलखण्ड लगातार प्राकृतिक आपदाओं से जूझता रहता है। इस बार की फसलें कुछ ठीक थी कि पिछले दिनों हुई जबरदस्त बारिश के कारण आधे से अधिक फसलें बर्बाद हो गई। नष्ट हुई गेहूं की फसल के मुआवजे की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने कलेक्ट्रेट में डेरा डाल लिया। अधिकारियों द्वारा सर्वे कराकर मुआब्जे का आश्वासन दिया गया।
बुंदेलखंड किसान मोर्चा के तत्वाधान में बुधवार को किसानों ने जिलाधिकारी से नष्ट हुई फसल का सर्वे का जल्द से जल्द मुआवजा दिलाए जाने की मांग की। किसान नेता महेंद्र शर्मा ने बताया कि तेज हवाओं, बारिश तथा आकाशीय बिजली के कारण जिले के किसानों की फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई, क्योंकि यह फसल पूरी तरह से तैयार हो गई थी। और उसमें दाने भी आ गए थे। कई स्थानों पर फसलों में फूल तक निकल आए थे। तेज हवाओं के कारण दाने के वजन से पूरी की पूरी फसलें खेतों में बिछ गईं और उनमें पड़े दाने काले पड़ गए। उन्होंने दावा किया कि बबीना विकासखंड के किसानों को बारिश के कारण सबसे ज्यादा नुकसान का सामना करना पड़ा है। इसके अलावा बबीना में सैन्य क्षेत्र के लिए अधिग्रहित की गई किसानों की जमीन के बाद से लेकर अब तक उन्हें पुनर्वास हेतु पट्टे की जमीन आवंटित नहीं की गई है। जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिए जाने तथा पुनर्वास हेतु पट्टे की जमीन आवंटित किए जाने की मांग की गई है।