कार्यस्थल और सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना से बचाव पर स्पष्ट कार्य योजना जारी करें सरकार: डा.तिवारी
झांसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पंचायत चुनाव समिति के केन्द्रीय सदस्य डा. सुनील तिवारी ने कान्फ्रेंस के माध्यम से कहा कि लाॅकडाउन 0.5 या फिर अनलाॅक डाउन 0.1 कहा जाए। इसमें तीन फेज में विभिन्न उपक्रमों को खोलने की बात सरकार रही है। लेकिंन इसमें कार्यस्थल, धर्मस्थल और सार्वजनिक स्थालों पर नागरिकों के इकठ्ठा होने पर कोविड-19 से बचाव का तरीका क्या होगा, ये बात न तो केंद्र सरकार ने स्पष्ट की और न ही विभिन्न राज्यों की कार्य योजना स्पष्ट रूप में सामने आयी है।
डा. सुनील तिवारी ने कहा कि इस सम्बंध में महामारी विशेषज्ञों ने सरकार से कहा कि लाॅकडाउन 0.5 में बहुत सावधानी बरतनी होगी। क्योकि कार्यस्थल सहित सार्वजनिक स्थलों पर सामूहिक शौचालय जैसे कई कारण महामारी विशेषज्ञों को परेशान कर रहे है। जब कोरोना के साथ जीने की आदत डालने की बात हो रही है, तब विशेषज्ञों की असल चिंता निजी क्षेत्र में सोशल डिस्टेंसिंग के ईमानदारी से पालन करने को लेकर है। अभी तक सरकार ने निजी क्षेत्र को इस मामले में किसी तरह जवाबदेह नहीं बनाया है, लेकिंन विशेषज्ञों के अनुसार सलाह दी गई है कि संक्रमण से बचाव के उपकरण पीपीई किट, मास्क व सेनिटाइजर उपलब्ध कराने और स्कैनिंग के लिए जबाब देह बनाया जाये। कांफ्रेंस में पूर्व मण्डल प्रवक्ता राजेंद्र शर्मा, नगर निगम के कांग्रेस सभासद दल के नेता सुलेमान मंसूरी, नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य विकास खत्री, पूर्व जिला महामंत्री अमीर चंद आर्य, अशोक तिवारी आदि शामिल रहे।
कान्फ्रेंस में उठाये गये चार प्रमुख सवाल
कान्फ्रेंस में चार प्रमुख सवालों को उठाया गया। जिसमें कार्यस्थल (जहां जनता का सीधे आवागमन हो) पर मास्क और पीपीई किट कौन देगा और नष्ट कैसे किये जायेंगे?, कार्यस्थल कितनी-कितनी देर में सेनिटाइज किया जायेगा और निगरानी कौन करेगा?, कर्मियों की स्कैनिंग कैसे होगी, क्या कार्य स्थल पर डाक्टर और हेल्थ वर्कर रखें जायेंगे?, अधिकांश कार्यस्थलों और सार्वजनिक स्थलों पर सार्वजनिक शौचालय है, लिहाजा वहां संक्रमण से बचाव का क्या तरीका है?।