कई संगठनों ने बाबा रामदेव व उनके सहयोगियों के विरूद्व एफआईआर लिखाने की मांग की
झांसी। मंगलवार को पतंजलि योग पीठ के गुरु बाबा रामदेव, पीठ के सीईओ आचार्य बालकृष्ण, पीठ के वैज्ञानिक अनुराग वाष्र्णेय, निम्स विश्यविद्यालय के चेयरमैन डॉ. बलबीर सिंह तोमर एवं निम्स के डायरेक्टर अनुराग तोमर के विरुद्ध बुन्देलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय, किसान रक्षा पार्टी के अध्यक्ष गौरी शंकर बिदुआ, बुन्देलखंड क्रांति दल के अध्यक्ष सत्येंद्र पाल सिंह, भारतीय जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पंकज रावत व हाई कोर्ट के अधिवक्ता एवं विधि विभाग उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव अशोक सक्सेना वरिष्ठ अधीक्षक के पास पहुंचे। उन्होंने उन्हें प्रार्थना पत्र देते हुए कोरोना की दवा को जादुई बताते हुए भ्रामक प्रचार करने व लोगों की भावनाओं से खेलते हुए आपातकाल में लाभ कमाने की नियत बताते हुए मुकद्मा दर्ज कराने की मांग की।
रिपोर्ट दर्ज कराने आए सभी संगठनों व कांग्रेस के महासचिव ने कहा कि कोरोनिल को जादुई शक्ति की दवा बताते हुए उससे कोरोना को ठीक करने का दावा किया गया है। आपातकाल में ऐसा भ्रम फैलाकर व झूठ बोलकर लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई है। इसके लिए उक्त सभी आरोपितों पर सुसंगत धाराओं में मुकद्मा दर्ज किया जाना चाहिए। प्रथम सूचना पत्र सौपते हुए मोर्चा अध्यक्ष भानू सहाय ने कहा कि बाबा रामदेव व अन्य ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए केंद्र सरकार द्वारा बनाये गए प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई हैं। षड्यंत्र रच बड़ा लाभ कमाने की नीयत से बाबा रामदेव ने टी. वी चैनल्स व समाचार पत्रों के माध्यम से देश की जनता को बताया कि उन्होंने कोरोना वायरस की दवा बना ली है। उन्होंने कहा कि इस दवा के प्रयोग से कोरोना के मरीज ठीक हो जायेगे व इसके सेवन से लोगो को कोरोना नही होगा। किसान रक्षा पार्टी के अध्यक्ष गौरी शंकर बिदुआ ने कहा कि बाबा रामदेव की कोरोना की दवा बना लेने के दावे के असर यह हुआ कि दूर दराज के गांवों से किसानों के फोन आने लगे कि पतंजलि योग पीठ का बड़ा शोरूम झांसी में है इसलिए उक्त शोरूम से जिस भी कीमत पर बाबा रामदेव की दवा मिल जाये उसे खरीद ले वे आकर ले जाएंगे क्योकि गाँव वालों को खुद व अपने परिवार को बचाना है।