कंट्रोल रुप के संचालन में लापरवाही पर डीएम ने लगाई फटकार
कहा,संबंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर भेजा जाएगा जेल
झांसी। कंट्रोल रूम के संचालन में हो रही लापरवाही की शिकायत पर जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने शुक्रवार को औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कार्यरत कर्मचारियांे को फटकार लगाते हुए कहा कि कार्य में शिथिलता पर संबंधित के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराकर जेल भेजा जाएगा। कंट्रोल रूम का उद्देश्य जनता की समस्या को सुनना है, परंतु यह हो नहीं रहा है। कंट्रोल रूम में आने वाले उच्च अधिकारियों के फोन तथा शासन स्तर से मांगी जाने वाली सूचनाएं त्रुटिपूर्ण प्रेषित की जा रही हैं। सूचनाएं एक बार पढ़ने के बाद ही शासन को प्रेषित की जाए। अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें।
जिलाधिकारी श्री वामसी ने कहा कि यदि कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों को सफल कार्य संपादन हेतु प्रशिक्षण दिया जाना है तो उन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा। साथ ही उन्हें वह सारी जानकारियां दी जाएं जो शासन स्तर से समय-समय पर मांगी जा रही है। उन्होंने कहा कि शासन स्तर से मांगी जाने वाली सूचनाएं त्रुटिपूर्ण प्रेषित की जा रही हैं यह स्थिति ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में गृह विभाग, कृषि उत्पादन आयुक्त, सीएम हेल्पलाइन, मुख्य सचिव, सीएम कार्यालय, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, राहत आयुक्त कार्यालय से फोन द्वारा सूचनाएं प्राप्त करने हेतु आ सकते हैं। जब भी फोन आए कंट्रोल रूम में तैनात उच्च अधिकारी से ही बात कराई जाए। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी निखिल टीकाराम फुंडे, एडीएम राम अक्षयवर चैहान, एडी बचत नीरज मिश्रा, डीआईओएस कोमल सिंह यादव, बीएसए हरिवंश कुमार, ईडीएम आकाश रंजन सहित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
इन प्रश्नों के उत्तर प्रत्येक कर्मचारी के पास हों
जिलाधिकारी ने कहा कि शासन स्तर से सामुदायिक रसोई के संचालन, कितना भोजन वितरण किया जा रहा है? सरकारी व गैर सरकारी, अब तक कितनों को क्वांरनटाइन में रखा गया? कितनों की टेस्टिंग की गई? सर्विसलांस में कितने दिनों रखा गया? अपंजीकृत श्रेणी में कितनों का पंजीकरण किया गया? कितनी राशि वितरित की गई? होम डिलीवरी राशन व दवाई हेतु कितने सेंटर संचालित हैं? लॉक डाउन के दौरान कितनी एफ आई आर दर्ज की गई? कितनों पर कार्रवाई की गई? कितने वाहन सीज किए गए तथा कितनी राशि जमा कराई गई? जनपद में कितने आश्रय स्थल हैं? और आश्रय स्थल में कितने लोग रह रहे हैं? यह सभी जानकारी तैनात कर्मचारियों को होना चाहिए ताकि पूछे जाने पर बताया जा सके।
भोजन वितरण हेतु करें मुख्य समन्वयक से संपर्क
जिलाधिकारी ने कहा कि फोन सही ढंग से अटेंड किया जाए और जो समस्या अथवा जानकारी मांगी जा रही है उसे सही ढंग से उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि भोजन आपूर्ति हेतु मुख्य समन्वयक डॉ नीति शास्त्री से संपर्क किया जाए, जहां भी भोजन आपूर्ति की जानी है वहां की जाएगी।