औचक निरीक्षण पर निकले जिलाधिकारी ने सामुदायिक रसोई में खाया खाना
भोजन की गुणवत्ता देख की सराहना
झांसी। कोविड-19 के कहर के चलते पूरे देश मंे 21 दिन का लाॅकडाउन चल रहा है। ऐसे में नगर में कोई भूखा न रह जाए इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। दिहाड़ी मजदूर व असहाय गरीब परिवारों के लिए सामुदायिक रसोई से भोजन बनवाकर वितरित कराया जा रहा है। शुक्रवार को सामुदायिक रसाई के भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए जिलाधिकारी अन्य अधिकारियों के साथ स्वयं भोजन करने बैठ गए। भोजन की गुणवत्ता देख उन्होंने सबकी सराहना करते हुए धन्यवाद दिया।
लाॅक डाउन का आज 10वां दिन है। लोगों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए लगातार पुलिस और प्रशासन सामाजिक दूरी का पालन कराने का प्रयास कर रहा है। इस दौरान उन गरीब और असहाय मजदूरों का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है,जो प्रतिदिन कमाकर खाते थे। लाॅकडाउन के चलते उन्हें कोई रोजगार नहीं है। ऐसे में उनके भोजन के भी लाले पड़े हुए हैं। इसको देखते हुए प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेशानुसार नगर में प्रशासन की देखरेख में करीब 34 सामुदायिक रसोइयां चलाई जा रही हैं। इन रसोईघरों से कंट्रोल रुम द्वारा आई जानकारी के अनुसार लोगों तक भोजन भिजवाने का प्रबंध किया जा रहा है।
शुक्रवार को जिलाधिकारी आंद्रा वामसी सीडीओ निखिल टीकाराम फुंडे,नगर आयुक्त मनोज कुमार सिंह व अपर नगर आयुक्त रोहन सिंह के साथ नगर क्षेत्र में संचालित सामुदायिक रसोइयों का औचक निरीक्षण करने निकल पड़े। उन्होंने अनेक सामुदायिक रसोई को देखा तथा वहां साफ-सफाई के साथ भोजन की गुणवत्ता विषयक जानकारी ली। जिलाधिकारी ने नगर क्षेत्र में तमाम रसोइयों का निरीक्षण कर जी एल-29 संस्था द्वारा होटल हवेली में संचालित सामुदायिक रसोई में पकाए जा रहे भोजन को देखा। भोजन की गुणवत्ता परखने के लिए वह अधिकारियों समेत स्वयं भोजन करने बैठ गए। यह देख भोजन बना रहे लोगों के हाथ पांव फूल गए। सभी ने भोजन किया। भोजन की गुणवत्ता तथा सामुदायिक रसोई की साफ सफाई व्यवस्था पर सभी अधिकारियों ने संतोष व्यक्त किया और किए जा रहे कार्य की तारीफ भी की। तब जाकर लोगों की जान में जान आई। जिलाधिकारी ने कहा कि कंट्रोल रूम में फोन द्वारा भोजन की मांग पर सामुदायिक रसोई से खाना पहुंचाया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति नगर में भूखा न रह जाए। इस बात का खास ख्याल रखा जा रहा है।