एनएसएस अपनी जिम्मेदारियों का कर रहा सही तरीके से निर्वहनः सौरभ शाह
बुविवि द्वारा आयोजित वेबिनार 18 हजार से अधिक लोगों नेे यूट्îूब के माध्यम से देखा
झांसी। राष्ट्रीय सेवा योजना अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी कर्मठता के साथ कर रहा है। कोविड 19 महामारी के इस दौर में स्वयंसेवक लोगों को जागरूक करने के साथ ही लॉकडाउन व्यवस्था को जिला प्रशासन के साथ मिलकर लागू करवाने का प्रयास कर रहे है। समय के साथ ही एनएसएस आज अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों को पूरा करने के लिए तैयार हो गई है। उक्त विचार राष्ट्रीय सेवा योजना के राष्ट्रीय निदेशक सौरभ शाह ने शनिवार को बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित जोखिम संचार और सामुदायिक भागीदारी विषय पर व्यक्त किये।.
राष्ट्रीय निदेशक सौरभ शाह ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना को और मजबूत बनाने के लिए शासन स्तर पर कुछ कार्यों को किए जाने की जरूरत हैं, जिसमें स्वयंसेवकों के लिए ड्रेस कोड का निर्धारण करना, रोजगार एवं अन्य स्थानों पर वरियता देना शामिल है। उन्होंने कहा कि इसके लिए शासन स्तर पर प्रयास किया जायेगा और राष्ट्रीय सेवा योजना को समाज सेवा की महत्वपूर्ण इकाई के रूप में विकसित किया जाएगा। वीडियो के माध्यम से उप मुख्यमंत्री एवं उच्च शिक्षा मंत्री प्रो. दिनेश शर्मा ने कहा कि जब जब देश को सेवा की जरुरत हुई है एनएसएस हमेशा खड़ा रहा है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक रसोई में लोगों को राशन पहुंचाने में स्वयंसेवक अपनी सेवा दे रहे है। स्वयंसेवकों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रदेश एवं देश के स्तर पर प्रयास किया जाएगा। बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जेवी वैशम्पायन ने वेबिनार के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय एवं सम्बन्ध महाविद्यालय के स्वयंसेवक अपने स्तर पर मास्क बनाने और वितरित करने के साथ ही साथ जिला प्रशासन के साथ भी सहयोग कर रहे हैं। कुलसचिव नारायण प्रसाद ने कहा कि कोविड 19 या कोरोना वायरस के कारण लोगों को हो रही परेशानियों को कम करने में स्वयंसेवक निरंतर अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना यहां के एनएसएस समन्वयक डा. मुन्ना तिवारी के निर्देशन में हमेशा ही समाज हित में कार्य करती रहती है। राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक डा. अशोक श्रोती ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय सेवा योजना अपने दायित्वों को पूर्ण निष्ठा के साथ निभा रहा है और प्रतिदिन सुबह 11 बजे सभी जिलों के नोडल अधिकारी से मीटिंग कर जानकारी प्राप्त की जाती है। जोखिम संचार एवं सामुदायिक भागीदारी विषय पर यूनिसेफ के विशेषज्ञों के प्रस्तुतिकरण दिया। कार्यक्रम में प्रशिक्षण का कार्य श्री भाई शैली, दया शंकर सिंह, एकता चैहान, अमित महरोत्रा, निर्मल कुमार, अनन्या घोषाल, अनुज भार्गव, पवित्रा खत्री ने किया। कार्यक्रम के समन्वयक भूपेंद्र कुमार और राज्य प्रशिक्षण समन्वयक अजय बाबू शर्मा रहे। इस अवसर पर नोडल अधिकारी डा. उमेश कुमार, वरिष्ठ कार्यक्रम अधिकारी डा. मुहम्मद नईम, रामजी यादव, सुरजीत कुमार, ओपी चैधरी, पवन कुमार, एस कुरील, रोबिन सिंह, मिली भट्ट, कीर्ति शुक्ल, पिंकी सिंह सहित कार्यक्रम अधिकारी एवं स्वयंसेवक उपस्थित रहे।