आधुनिक शारीरिक व्याधियों का महा उपचार है योग,स्वास्थ का प्राकृतिक तरीका भी
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर संस्थानों समेत घर-घर किया गया योगाभ्यास
झांसी। स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मष्तिष्क निवास करता है। और स्वस्थ शरीर व मष्तिष्क के लिए योग जरुरी है। विश्व के वैज्ञानिकों ने भी माना है कि विश्वव्यापी कोरोना कहर से टकराने के लिए केवल योग ही वह विधा है जो मनुष्य के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। रविवार को 6वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर कोरोना कहर के चलते लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने-अपने स्तर पर योग अभ्यास किया। साथ ही लोगों को इसके प्रति जागरुक करते हुए इसके लाभ की जानकारियां भी सांझा की गई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा स्वयंसेवकों से कोरोना कहर के चलते घर पर रहकर ही कुटुम्ब शाखा में योग करने का आह्वान किया गया। इसे स्वयंसेवकों ने अपने घरों में ही परिजनों के साथ कुटुम्ब शाखा लगाते हुए योग एवं प्रणायाम का अभ्यास किया।
जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने भी अपने आवास पर अकेले ही अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग का अभ्यास किया। साथ ही जनपद वासियों को घर पर रहकर ही योग करने का संदेश भी दिया। उन्होंने कहा कि योग के नियमित अभ्यास से हम कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी पर भी काबू पा सकते हैं।
अखिल भारतीय विध्यार्थी परिषद् के कार्यकर्तायों द्वारा रानी लक्ष्मीबाई पार्क में योग शिविर का आयोजन किया। इसमें अभाविप के साथ ही आमजनमानस ने सहभागिता की। विभाग संगठन मंत्री अजय यादव ने कहा की योग शरीर और मन दोनों को स्वस्थ रखने में कारगर है। हमें इसे अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। प्रान्त उपाध्यक्ष अंजू गुप्ता ने कहा की योग हमें प्रकृति के नजदीक लाता है। प्राकृतिक रूप से स्वस्थ रहने का योग एक सरल और उपयोगी मार्ग है। इस अवसर पर जाया श्रीवास्तव अंजलि कुशवाहा काजल विश्वकर्मा पायल विश्वकर्मा संजली कुशवाहा साक्षी कुमारी प्रियंका संजना शिवानी रिया गुप्ता विजया श्रीवास्तव रामकृष्ण निरंजन समरेन्द्र प्रताप आदि उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के क्षेत्रीय केंद्र झांसी द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योगाभ्यास कार्यक्रम का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय समन्वयक झांसी डॉ रेखा त्रिपाठी ने बताया कि इस बार कोविड-19 से रक्षा की दृष्टि से सभी अध्ययन केंद्र समन्वयक एवं छात्रों द्वारा घर पर ही सुरक्षित रह कर योगाभ्यास किया गया है। सभी अध्ययन केंद्र समन्वयक नेहरू महाविद्यालय ललितपुर, पहलवान गुरुदीन महिला महाविद्यालय ललितपुर, सुदर्शन डिग्री कॉलेज ललितपुर, वीरभूमि स्नातकोत्तर महाविद्यालय महोबा, क्षेत्रीय केंद्र झांसी स्वामी विवेकानंद महाविद्यालय झांसी, सनराइज महाविद्यालय बांदा एवं छात्र छात्राओं ने अपने निवास स्थान पर ही योगाभ्यास किया। डॉक्टर त्रिपाठी ने बताया कि आज के युग में मानव जीवन दुख और तनाव से भरा हुआ है किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ कह पाना बहुत ही मुश्किल है आज जितने ही हमारे पास मशीन सुख,साधन उत्पन्न हो गए हैं उस से हमारे पास बहुत सारी बीमारियां मुफ्त में आयी हैं, इन बीमारियों में सबसे बड़ी बीमारी है नींद नहीं आना यानि अनिद्रा ,तनाव हाइपरटेंशन, मोटापा पेट सही नहीं रहना श्वसन संबंधी आज प्रमुख रूप से लगभग सभी में पाए जाते हैं योग इन सभी रोगों को दूर करने में हमारी मदद करता है हमारे मन शरीर और आत्मा को एक साथ लाता है इन सब से छुटकारा पाने का, बीमारियों पर नियंत्रण पाने का सबसे सरल और सस्ता उपाय है योग ।
जिले में आईटी एवं सूचना मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत कार्य करने वाले सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इण्डिया लिमिटेड द्वारा पूरे देश में एक अभियान के रूप में इसका बृहद आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ो कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों के साथ हजारों नागरिकों ने सीएससी केन्द्रों पर सोशल डिटेनसिंग के साथ इस अभियान में हिस्सा लिया।यह अभियान ट्विटर पे भी हैशटैग के साथ दिन भर ट्रेंड करता रहा। जिला प्रबन्धक जुबैर अहमद ने बताया कि 7 जून से 21 जून तक योगा दिवस अभियान के अंतर्गत आयुष संजीवनी एप्पलीकेशन के बारे में आमजन को जानकारी दी गई तथा उनका सर्वे किया गया और योग के प्रति जागरूक भी किया गया।
उत्तर मध्य रेल के झांसी मंडल में भी अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया गया। हर साल की तरह इस साल भी योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2020 थीम घर में रहते हुए अपने परिवार के साथ योग करना है। इसका पालन करते हुए मंडल रेल प्रबंधक संदीप माथुर और अध्यक्षा महिला कल्याण संगठन श्रीमती चारू माथुर सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने अपने-अपने घरों में परिवार के सदस्यों के साथ योग किया। मंडल रेल प्रबंधक महोदय ने इस अवसर पर अपने संदेश में कहा कि योग से शरीर का प्रतिरक्षा तंत्र मजबूत होता है जो कोविड-19 से ना सिर्फ लड़ने बल्कि हराने में भी सक्षम है। उन्होंने सभी का योग को अपने जीवन में अपनाने के लिए आह्वान किया। मुख्य पर्यवेक्षक जितेन्द्र चोपड़ा के नेतृत्व में करीब 150 प्रशिक्षुओं और कर्मियों को योगाभ्यास कराया गया।
योगाभ्यास में इन आसनों का किया अभ्यास
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग शिविरों में ताड़ासन, वृक्षासन कटीआसन, त्रिकोणासन, वीरभद्रसन सूर्यनमस्कार पश्चिमोत्तासन वक्रासन बज्रासन पवन मुक्तासन नौकासन भुजंगासन भस्त्रिका अग्निसार कपालभाती भ्रामरी आदि आसन का अभ्यास किया गया. अंत में कल्याण मंत्र ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामयः, सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चिद् दुरूखाभाग्भवेत. का पाठ किया गया।