अभियान चलाकर अपंजीकृत श्रेणी के देहाड़ी श्रमिकों का पंजीकरण कराये: सीएम

झांसी। कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे। अपंजीकृत श्रेणी के देहाड़ी मजदूर, छोटे व्यवसाय में काम कर रहे श्रमिकों को लॉक डाउन के कारण जीवनयापन में अधिक समस्या है। अभियान चलाकर ऐसे लोगों का पंजीकरण कराएं, ताकि उन्हें 1 हजार रूपये का मानदेय खातों में हस्तांतरण किया जा सके। उक्त निर्देश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वीडियो शुक्रवार को कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारी को दिए।
वीसी के माध्यम से मुख्यमंत्री कहा कि कोरोना महामारी के बचाव के लिए लॉक डाउन किया गया। लॉक डाउन से दिहाड़ी मजदूर, रेहड़ी व्यवसायी, छोटे-छोटे व्यवसाय में काम कर रहे श्रमिकों को व्यवसाय बंद होने से आर्थिक समस्या हो रही है, ऐसे लोगों को सरकार द्वारा प्रतिमाह एक हजार मानदेय के स्वरूप दिया जा रहा है। उन्होंने ऐसे श्रमिकों व उनके परिवार को सामुदायिक रसोई से भोजन आपूर्ति करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी आंद्रा वामसी ने जनपद में किए जा रहे कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि अब तक 21,758 अपंजीकृत श्रेणी वाले श्रमिकों का पंजीकरण करा लिया गया है। यह प्रक्रिया निरंतर चल रही है। उन्होंने बताया कि जनपद में निर्माण कार्यों से जुड़े 7758 श्रमिकों को भी डीबीटी के माध्यम से नामित किया गया है। उन्होंने बताया कि जिले में 5500 पंजीकृत राजमिस्त्री और 19,500 दिहाड़ी वर्ग के श्रमिकों व सदस्यों को डीबीटी के माध्यम से एक हजार के खाते में हस्तांतरण किए जा चुके हैं। जिलाधिकारी ने बताया कि पीओ डूडा, श्रम विभाग, नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत, वीडीओ, एसडीएम, प्रतिनिधि, एआरटीओ, सचिव मंडी आदि के माध्यम से भी अभियान चलाते हुए श्रमिकों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जनपद को 10 करोड़ की धनराशि प्राप्त हुई थी, जिसके सापेक्ष अब तक 2.3 करोड़ रुपये खातो में हस्तांतरित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व को पंजीकरण, आधार सीडिंग व बैंक खाता स्क्रीनिंग और डीवीडी हस्तांतरण हेतु नोडल अधिकारी बनाया गया है। इस मौके पर नगर आयुक्त मनोज कुमार सिंह, एडीएम राम अक्षयवर चैहान, अपर नगर आयुक्त रोहन सिंह, पीओ डूडा श्रीमती संगीता सिंह सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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