अभाविप ने इण्टर कालेज में शिक्षकों के चयन व पदोन्नति में लगाया धांधली का आरोप

प्रबंधन समिति हटा कर कंट्रोलर नियुक्त करने की मांग
झांसी। कोतवाली क्षेत्र स्थित एक इण्टर काॅलेज में वित्तीय अनिमियत्ता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बुधवार को सभी साक्ष्य जिला विद्यालय निरीक्षक को उपलब्ध कराते हुए ज्ञापन देकर मामले की जांच कराये जाने की मांग की। साथ ही जांच प्रभावित न हो इसके लिए प्रबंधन समिति को भंग कर कंट्रोलर नियुक्त किये जाने की भी मांग की।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारियों ने बुधवार को जिला विद्यालय निरीक्षक को साक्ष्यों के सहित दिये ज्ञापन में गणेश बाजार स्थित इण्टर काॅलेज में गलत सूचना के द्वारा शिक्षकों के चयन, वेतन, पदोन्नति वेतन का लाभ दिलवा कर वित्तीय अनिमियत्ता के साथ सरकारी खजाने से लूट का आरोप लगाया। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य और विभाग संगठन मंत्री अजय यादव ने बताया कि जिला विद्याला निरीक्षक कार्यालय द्वारा वर्ष 2019-20, 21 अगस्त 2019 को जनपद के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों से विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों एवं गैर शिक्षक कर्मचारियों की ज्येष्ठता सूची मांगी गयी थी। इसमें उक्त कालेज द्वारा विद्यालय में कार्यरत अध्यापिका दिव्या श्रीवास्तव की विनियमितीकरण समायोजन तिथि 12 अगस्त 1999 और हेमलता आर्य की विनियमितीकरण समायोजन तिथि 7 अगस्त 1999 दर्शाई गई। जबकि जन सूचना के द्वारा प्राप्त सूचना में विद्यालय द्वारा 10 जून 2020 को अवगत कराया गया कि उपरोक्त दोनों अध्यापिकयों का विनियमितीकरण समायोजन नहीं हुआ है। अभाविप ने जिला विद्यालय निरीक्षक से मांग करते हुए कहा कि विद्यालय द्वारा गलत सूचना दिए जाने एवं विद्यालय द्वारा की जा रही अनिमियत्ताओं की जांच करवा कर दंडनीय करवाई की जाये। जांच प्रभावित न हो तब तक प्रबंधन समिति को भंग कर कंट्रोलर नियुक्त किया जायें। इस दौरान मनेन्द्र गौर, अजय शंकर तिवारी, समरेन्द्र प्रताप, अभिषेक परिहार, अंकित यादव, सुभाष पटेल, कौशल प्रताप, अमृत राज आदि उपस्थित रहे।

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