अपनी सम्पत्तियों से अवैध कब्जा हटाते हुये निकाय बढ़ाए आय: राकेश गर्ग
झांसी। निकाय स्वाबलम्बी बने, आय के संसाधनों को बढ़ाते हुये आम जनमानस को सुविधाएं उपलब्ध कराए। अपनी सम्पत्तियों से अवैध कब्जा हटाते हुये उनसे आय बढ़ाने का कार्य करे। कर-करेत्तर में भी निकाय पारदर्शिता से कार्य करे ताकि टैक्स वसूली की जा सके। निकायो के वाॅयलाॅज आॅनलाइन करें। उक्त उद्गार अध्यक्ष उत्तर प्रदेश नगर पालिका वित्तीय संसाधन विकास बोर्ड लखनऊ राकेश गर्ग ने आयुक्त सभागार में आयोजित मण्डलीय कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुये व्यक्त किये।
उन्होने कहा कि निकाय सरकार के ऊपर निर्भर न रहें, स्वयं अपनी आय बढ़ाते हुये विकास कार्य करायें। साथ ही जनमानस को सुविधायंे उपलब्ध कराये। नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत कैसे अपनी आय बढ़ाये ? मण्डलीय कार्यशाला का शुभारम्भ करते हुये राकेश गर्ग ने कहा कि विभिन्न संसाधन है,जिन पर कर लगाया जा सकता है। उन्होने भवन कर को बढ़ाये जाने का सुझाव दिया और कहा कि मण्डल में अभी प्रति व्यक्ति 771 रुपये प्रतिवर्ष लिया जा रहा है, इसे बढ़ाया जाये। इसके साथ ही करेत्तर स्रोत में 168 रुपये प्रतिवर्ष कर लगाया जा रहा है, इसे भी बढ़ाये जाने की आवश्यकता है। उन्होने मण्डल की उन विभिन्न नगरपालिकाओं, नगर पंचायतो की समीक्षा की, जहां सबसे कम हाऊस टैक्स लिया जा रहा है। उन्होने कहा कि पुनः समीक्षा करते हुये हाऊस टैक्स बढ़ाये जाने की कार्यवाही की जाये। हाऊस टैक्स पूर्ण पारदर्शिता व विश्वनीयता से लगाये ताकि लोग उसे जमा कर सके। उन्होने कहा कि स्व कर प्रणाली का लाया जाना जरुरी है। साथ ही हाऊस टैक्स जमा करने की सुविधाओं में इजाफा करना होगा ताकि आमजन सहज टैक्स जमा कर सके। इसी प्रकार उन्होने नगर पंचायतो में भी हाऊस टैक्स रिवाइज करने का सुझाव दिया। नगर पंचायतो में करेत्तर जमा कराने की सम्भावना अधिक है। राकेश गर्ग ने कहा कि नामांतर शुल्क नगर पंचायते जमा नही कराती जबकि यह करेत्तर का आइटम है, इसे अवश्य वसूला जाये। उन्होंने कहा कि मण्डी के टैक्स से मात्र किसान हित कार्य किये जा सकते है क्योकि यदि यूजर चार्ज लेंगे तो सुविधायंे भी देनी होगी।
बताया कि टैक्स, फीस व लीज से कमाई की जा सकती है। टैलीकाम टावर से भी आय कर सकते हैं, उन्हे लगाने की अनुमति व लीज पर जमीन देकर। उन्होने कहा कि भारत सरकार व प्रदेश सरकार के कार्यालयों से भी टैक्स वसूला जा सकता है। उन्होने पीपीपी माॅडल से भी आय बढ़ाये जाने की जानकारी दी। कार्यशाला में मण्डलायुक्त सुभाष चन्द्र शर्मा ने मण्डल के नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के अधिकारियों से सबसे पहले अपना वाईलाज पढ़ने की सलाह दी ताकि जहां आप कार्य कर रहे है उसकी जानकारी आपको हो। उन्होने निकायो की आय में इजाफा करने के उपाय बताये और कहा कि आॅप्टीकल फाइवर केबिल पर टैक्स लगा सकते है। ग्लोसाइन बोर्ड पर भी टैक्स ले सकते है। नई कालोनी बन रही है वहां से भी टैक्स वसूला जा सकता है। मण्डलायुक्त ने कहा कि नये तरीके ढूढे ताकि आय बढ़ सके। परिसम्पत्तियों पर यदि कब्जा है तो दण्ड लगा कर वसूली करे और खाली कराये। नई इमारत बनाने पर यदि मलमा सड़क पर डालता है तो पेनाल्टी लगाये, इमारत को बनाने के समय ढका जाये यदि ऐसा नही होता है तो दण्ड आरोपित किया जाये।
इस अवसर पर बोर्ड के अन्य सदस्य शंकर सिंह, नगर आयुक्त मनोज कुमार, अपर आयुक्त सर्वेश कुमार दीक्षित, एडीएम राम अक्षयवर चैहान सहित अन्य अधिकारी, नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायतो के ईओ उपस्थित रहे।